मैं आज-कल जिस प्रोजेक्ट पर काम कर रहा हूँ वो मेरी कम्पनी के लिए बिलकुल नया प्रोजेक्ट है, Client नया है.. इस प्रोजेक्ट के लिए Client ने पहले ही कह दिया था की कम से कम 2-3 साल के अनुभवी लोगों को ही इस प्रोजेक्ट में डालें.. सो इन्होने वैसा ही किया.. एक लड़की को भी इन्होने लिया जो उस समय दूसरी कम्पनी में काम कर रही थी और Job Shift करके मेरी कम्पनी में आ रही थी.. Client के यहाँ सभी का Login ID और Password भी बन चुका था.. मगर अंत समय में पता चला की उस लड़की को उसकी कम्पनी वालों ने नहीं छोडा और वो यहाँ नहीं आ रही है..
अब यह बात इनलोगों के लिए परेशानी का सबब बन चुका था क्योंकि अब अगर यहाँ से ये कहा जाता की वो यहाँ ज्वाइन नहीं कर रही है तो मेरी कम्पनी का So Called Image खराब हो जाता.. फिर उनलोगों ने मुझसे पूछा की क्या मैं ज्वाइन करूंगा वो प्रोजेक्ट और मैंने हामी भर दी.. चूंकि ये नया प्रोजेक्ट था और कोई इसे ज्वाइन नहीं करना चाह रहा था और इसीलिए मुझ जैसे नौसिखुवे को इन्होने अपने प्रोजेक्ट में रख लिया जिसके पास 2 साल का अनुभव नहीं था..
किस्सा शुरू होता है बस यहीं से.. अब मुझे उस लड़की का ID दे दिया गया और कहा गया की तुम्हे इसी पर काम करना है.. तब से मैं उसकी ID पर ही काम कर रहा था.. ट्रेनिंग तक तो सब ठीक-ठाक रहा.. पर बाद में कहीं ये मुसिबत ना बन जाये इसलिये एक लम्बी-चौडी टीम मीटिंग के बाद ये फैसला लिया गया की उस लड़की को Maternity Leave पर भेज दिया जाए और उन्हें कहा जाए की एक नया लड़का Join कर रहा है..
ये पूरी घटना मुझे इतनी दिलचस्प लगी की मैंने उसे यहाँ चिपका दिया.. :) बाद में पता चला की ऐसी ही परेशानी लगभग ३-४ टीम में है और अब सभी को एक साथ Maternity Leave पर भेज दिया जाए..
वाकई दिलचस्प है प्रशांत बाबु......वैसे आज हमे बहुत देर मे फुरसत मिली तो हमने कुछ शेर चिपका दिए ..पर आपका ये किस्सा अपनी आज रात की पार्टी मे जरूर सुनायेगे ....इजाज़त है ना ?
ReplyDeleteअजी बिलकुल है.. :)
ReplyDeleteवाह! शुभकामनायें। परिणाम बताइयेगा। :)
ReplyDeleteबहुत अच्छा तो मादा भूत का रोल मिला। यह अनुभव भी हो लिया।
ReplyDeleteभाई प्रशांत. किस्सा तो वाकई अजीब और दिलचस्प है, पर एक सलाह दूंगा। कंपनी/कार्यस्थल के बारे में कोई भी बात ब्लाग पर डालते समय थोडा सावधान रहना चाहिये। खासकर लोगों के नाम आदि प्रयुक्त करते समय। कल को आपकी क्लाइंट कंपनी से कोई घूमता फिरता आपके ब्लाग पर पहुँच गया (हिन्दी पढ पाना या ना पढ पाना अलग बात है), तो आपके एवं आपके संस्थान के लिये समस्या हो जायेगी।
ReplyDeleteलाजवाब. हमें भी बताईएगा.
ReplyDeleteनितिन जी ठीक कह रहे हैं।
ReplyDeleteसही है। नितिन जी सलाह मानिये।
ReplyDeletebadhaaI ho jI,लीव से लौटने के बाद मिठाइ खिलाना मत भूलना , :)
ReplyDeletehahaha...good ye toh kamal ho gaya...lekin thoda bach ke chaliye...company ke naam yoon na batayiye...
ReplyDeleteबागला जी की बात से सहमत हूं, इक गूगल सर्च आपको और आपकी कंपनी को मुसीबत में डाल सकता है।
ReplyDeleteहमारी सहानुभूति आपके साथ है।
ReplyDeleteएक बिन मांगी सलाह और दूंगा, अगर इस तरह की पोस्ट/कमेंट लिख रहे हैं तो आपको साइडबार से अपनी कंपनी का नाम भी हटा देना चाहिये।
he he eh eh hu hu hu ha ha ah
ReplyDeleteवाह, बढिया किस्सा सुनाया..
ReplyDeleteYe kissa to just 15 days pahle hi mere sath huya hia. Par mai 15 din kam karne k bad resign kar diya :)
ReplyDeleteYe ghatna mere sath bus 15 di pahle huya hai. halaki mai us company ko resign kar diya jald hi :). Mujhe bahut acha laga to mai ese apne FB wall pe paste kar raha hun. Hope ap angry nahi honge. Apka dost Pavan
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