Thursday, February 07, 2008

कुछ बातें ब्लौगवाणी की मेरी समझ से बाहर

मैंने कल "मोहल्ला" और "अपनी छोटी सी दुनिया" पर एक साथ एक पोस्ट डाला था, जिसका शीर्षक मोहल्ला पर "कौन शांति, किसकी हत्या, अमां छोड़ो यार!" था और मेरी छोटी सी दुनिया पर "शांति की हत्या का जिम्मेवार कौन?"

आज सुबह जब मैंने ब्लौगवाणी चेक किया तो पाया की मोहल्ला पर किये हुये पोस्ट को 13 लोगों ने पसंद किया है जबकी सिर्फ 11 लोग पढें हैं। मैं पहले भी इसे लेकर एक बार एक पोस्ट गिरा चुका हूं और जवाब में कमेंट के द्वारा मेरी शंका को दूर कर दिया गया था(मुझे तो एक ने पुलिस की साईबर क्राइम ब्रांच में होने जैसी बातें भी कही थी :D), सो मुझे आश्चर्य नहीं हुआ। पर आज 11 बजे के आस-पास मैंने पाया की वो पोस्ट आज की पसंद से गायब है, जबकि ऐसा शाम में 5 बजे के आस-पास होना चाहिये क्योंकि मैंने कल शाम 5 बजे के आस पास इसे पोस्ट किया था। और फिर थोड़ी देर के बाद वो बस एक पसंद के साथ फिर से दिखने लगा।

अब बात करता हूं मेरे अपने ब्लौग की। अभी लगभग 4:15 हो रहें हैं। मेरे ब्लौग पर किये गये उस पोस्ट को 5 लोगों ने पसंद किया है जो अभी भी दिखा रहा है। और उसे मेरे लिखने तक 36 बार ब्लौगवाणी के द्वारा पढा गया है। मगर वो आज सबसे ज्यादा पढे गये लिस्ट से नदारद है।

मेरा ब्लौगवाणी को चलाने वाले लोगों से एक प्रश्न है कि ऐसा किसी तकनीकी त्रुटि के कारण हो रहा है या फिर इस साइट के डिजाइन में ही गड़बड़ी है। क्या मुझे आप इस साइट को बनाने के पीछे कि प्रोग्रामिंग लाजिक की चर्चा मुझसे कर सकते हैं?

मैंने अभी इसे पोस्ट करने से पहले फिर से ब्लौगवाणी को रिफ्रेस किया तो मेरी वो पोस्टिंग वहां से गायब थी। मतलब मेरे ब्लौग के साथ ऐसी स्तिथि लगभग आधे घंटे तक बनी रही क्योंकि मुझे ये पोस्ट करते करते लगभग 4:40 हो चुका है।

मैं एक बार फिर से यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं की मेरे इस पोस्ट के पीछे ब्लौगवाणी की खिंचाई करने जैसा कुछ भी उद्देश्य नहीं है बल्कि मुझे यह साइट इतना अधिक पसंद है की मैं इसके बारीक से बारीक चीजों पर भी कुछ ज्यादा ही ध्यान दे देता हूं। सो इसे अन्यथा ना लिया जाये।

4 comments:

  1. आप ब्लागवाणी पर इतना ध्यान देते हैं, इसके लिये धन्यवाद.
    ब्लागवाणी में यदि पसंद ip में गेरबदल करके बढ़ाई जायें तो इसका क्लीनर जो एक समय पर चलता है, गलती सुधार देता है.

    आपकी पोस्ट ब्लागवाणी ने 3:58 पर कलेक्ट की थी जो 24 घंटे बाद आज 3:58 पर इस लिस्ट से हट गई. इसलिये वह आज की ज्यादा पढ़े गये की लिस्ट में नहीं है.
    ब्लागवाणी के चलाने वाले तो कोई भी नहीं है. ये तो अपने आप चलती है. जिस तरह आप देखते हैं, हम भी देखते हैं. यदि किसी महीने अधिक छुट्टियां होती हैं तो सिरिल व्यवसाय से फुरसत पाकर एकाध फीचर चिपका देते हैं.

    ब्लागवाणी आपको भी पसंद है और मुझे भी. हमारे आपके विचार कितने मिलते हैँ:)

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  2. ब्लागवाणी में यदि पसंद ip में फेरबदल करके बढ़ाई जायें तो इसका क्लीनर जो एक समय पर चलता है, गलती सुधार देता है.

    मैथिलीजी आप जानते ही हैं कि हम तकनीक अपढ़ हैं पर जो आप कह रहे हैं उसका मतलब यह है कि मोहल्‍लाई पोस्‍टों के पसंदमीटर में आईपी बदलाव से पसंद बढ़ाई जाती है... क्‍या वाकई ? कोन करता है ऐसा..क्‍यों

    आप जानते ही हैं कि ब्‍लॉगवाणी को पसंद करने के मामले में हमारे विचार भी आपसे बहुत मिलते हैं :)

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  3. मसिजीवी जी, मोहल्ला नहीं बल्कि किसी भी दिन किसी भी ब्लाग की पोस्ट पर गलत टिक्कमटिक्का हो जाती है. एक बार तो हमारी पोस्ट पर ही एसा हो गया.
    आम तौर पर एसा तो ताजा ताजा सीखे हुये युवा करते हैं. ई-स्वामी जी ने उवाचा है कि कुछ चीजें अपना इस्तेमाल करातीं है. अब कुछ सीखा है तो प्रयोग तो करके देखना ही पड़ेगा.

    आपसे सिर्फ विचार भर ही नहीं मिलते, दिल भी मिलते हैं.:)

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  4. मैं चेन्नई में काम करता हूं पर मेरा आई पी सैनओसे का का है.. क्या आप बता सकते हैं की मैं अपना आई पी कैसे बदल सकता हूं?? ;)

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