मेरे आज के पोस्ट पर Ghost Buster जी ने एक बहुत ही रोचक टिप्पणी की है.. तो आप लोग क्यों वंचित रहें उसे पढने से..
बड़ी ही रोचक जानकारी दी आपने. धन्यवाद.
आपकी इस पोस्ट के मध्यम से अपने एक दुःख को व्यक्त करना चाहता हूँ.
कुछ bloggers की comment moderation की policy से परेशान हूँ. अब कल ही श्री क्रिशन लाल 'क्रिशन' जी की कविता नुमा पोस्ट "अब नया हम गीत लिखेंगे" पर अपनी टिप्पणी दी थी. पर उन्होंने उसे पोस्ट पर जाने लायक नहीं समझा. आप ही देखिये, क्या कुछा ग़लत कहा था मैंने:
"कोई पन्द्रह वर्ष पूर्व मेरे दस वर्षीय भतीजे महोदय को अचानक कविता लिखने का शौक़ चर्राया था. आपकी कविता पड़कर बरबस ही उन कविताओं की याद आ गई. आप भी थोड़ा और प्रयास करें तो उस स्तर को छू सकते हैं."
हाँ महक जी की प्रशंसा और समीर लाल जी के व्यंग्य को सधन्यवाद प्रकाशित किया है. मैं बड़ा क्षुब्ध हूँ इस घटना से.
लिजीये Ghost Buster जी मैंने आपकी बात लोगों तक पहूंचा दी है.. वैसे आपके नाम से मुझे एक अपना मनपसंद गीत याद आ रहा है जिसे मैं बचपन से सुनता आ रहा हूं.. लिजीये आप लोग भी उसे एक बार सुनते जाईये..djmarksoup-ghost b...
मैने भी व्यंग्य कहाँ किया...सिरियसली टिपियाया था. :)
ReplyDeleteवैसे तो यह ब्लॉग ओनर का पूर्ण अधिकार है और पूर्णतः उसके विवेक पर निर्भर करता है कि वह अपने ब्लॉग पर क्या छापे या क्या रिजेक्ट करे...इसमें क्षुब्ध होने जैसी या मन छोटा करने जैसी कोई बात नहीं है, मित्र घोस्ट बस्टर...
आप तो बस बिंदास लिखें और टिपियाये..अनेकों शुभकामनायें.आपकी टिप्पणियों का अनेकों जगह इन्तजार है, भाई!!! :)