क्या आपने कभी इतने पैसे देखें हैं?
तुम अरबों का हेर-फेर करने वाले हो राम जी, सवा लाख की लाटरी भेजो अपने भी नाम जी.. :D
क्या सोच रहे हैं, सूटकेश बाबा की याद तो नहीं आ रही है?? :P
नसीब अपना-अपना.. ;)
मुझे इसी दिवार में चुनवा दो.. प्लीज..:D
इशारों को अगर समझो, राज को राज रहने दो..
राज जो गर खुल गया तो, जाने महफिल में फिर क्या हो..
बुरे काम का बुरा नतिजा, क्यों भई चाचा? अरे हां भतिजा.. :D
मुझे ये चित्र इ-पत्र के द्वारा प्राप्त हुआ था जिसमें ये लिखा था की ये किसी ड्रग डीलर के पास से बरामद रकम है..
देख कर टू यही मन कर रहा है की गैंग बनाई जाए.
ReplyDeleteइष्टदेव की रपट लिखाओ।
ReplyDeleteअनुमान लगाओ कितने जीवन नष्ट हुए होंगे इस धन को एकत्र करने में, बाद में मन लगाना।
ReplyDeleteबाप रे बाप इतने नोट
ReplyDeleteमुझे तो देखकर ही हार्ट अटैक आ जाता
बस्स!!! इत्ते से पैसों के लिये पंगेबाज से पंगा!!
ReplyDeleteयाद रखो..पैसा तो बहता पानी है..आज इसका तो कल उसका..कब रुका है कहीं कहाँ?? मगर पंगेबाज सर्वव्यापी अटल सत्य है...वो तो पंगा लेकर ही मानेगा अब.
:)
प्रशांत डियर, बच्चू पंगेबाज़ के गुरूर को जगा दिया है तुमने । तुमने इतने से नोट दिखाए अब पंगेबाज़ दुनिया को ना जाने क्या दिखाए । तुम लोगों से तो भगवान ही बचाए । :D
ReplyDeleteअरे भाइ हम तो माया के सख्त खिलाफ़ है ,आप चाहो तो कभी भी आश्रम मे आकर देख लो जॊ भी चढावा चढाओगे हम हाथ तक नही लगाते..माया पापो की जननी है देखा नही..
ReplyDeleteइष्ट देव जी गैंग बनने की सोचने लगे है.
अनूप जी खुद यही इरादा रखते है और उनके खिलाफ़ रपट की बात कर रहे है
दिनेश जी अंगूर खट्टे वाली बात कर रहे है
राजीव जी दिल थामे बैठे है
समीर भाई के घर जाकर फ़ोटो खीच लाते वो इससे ज्यादा दिखा देते जी..:)अब पहुच मत जाना वहा सिक्योरिटी बहुत टाईट है..:)
यूनूस भाइ मन ही मन मे गा रहे है
कैसे कैसो को दिया है ऐसे वैसो को दिया है,
मुझको भी तो लिफ़्ट करादे..:)
इसलिये आप भी माया से मोह मत करो ,तुरंत घर की सारी माया बाबा फ़रीदी के चरणो मे अर्पित कर हरी भजन मे मन लगाओ..:)
मन मे संतोष रहेगा,पाप कर्मो से मुक्ती मिलेगी..क्या लेकर आया था वत्स क्या लेकर जायेगा..हम है ना इस दुनिया मे आपके माया रूपी पापो को अपनाने के लिये..:)
amazing pics!!
ReplyDeletechaleeye aap ki in pics ke bahane itni daulat dekh li!yahi sahi!!!hee hee hee!