Tuesday, March 04, 2008

अलेक्सा को लेकर अब ज्यादा मत चौंकिये

मेरी समझ में अलेक्सा रेटिंग का कोई मतलब नहीं है.. आप भी सोच रहे होंगे की मैं ऐसा क्यों कह रहा हूं? अभी जैसे ही रवि जी का ब्लौग पढा वैसे ही पूरा का पूरा अलेक्सा छान मारा.. इससे पहले भी अलेक्सा से कई बार गुजरा था पर कभी उतना महत्व नहीं दिया था मगर रवि जी ने उसका महत्व बढा दिया.. अभी जब मैं उसकी छान-बीन कर रहा था तो मुझे लगभग हर प्रसिद्ध ब्लौग वहां दिख गये..

मगर उससे ज्यादा मजे की बात ये है की कई प्रसिद्ध चिट्ठे वहां नहीं भी दिखे.. जिसमें सबसे पहला नाम उड़न तस्तरी का है.. अब ये हो सकता है की मुझसे चूक हो गई हो आखिर मेरा मानना है की मैं भी मनुष्य हूं(वैसे मेरे पिता जी मुझसे सहमत नहीं हैं.. :) वो अक्सर कहते हैं की पता नहीं ये गधा से आदमी कब बनेगा..).. अगर मैं गलत हूं तो कॄपया मुझे सूचित करें.. मैंने करीब शुरू के 700-800 तक के चिट्ठे छान मारे थे..

और तो और मेरा चिट्ठा भी कहीं नहीं दिखा... बू हू हू हू...... :(

3 comments:

  1. भाई जान
    बोल हल्‍ला था या नहीं

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  2. नहीं भाई.. :(

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  3. लगता है हमारा भी नाम लिस्ट में नही आया॥लाओ रुमाल जरा यहां भी पास करो मेरा वाला गीला हो गया है॥:(…:)

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