Saturday, December 06, 2008

क्या होगा इस देश का?

इस सप्ताह काम कर करके दिमाग खराब हो गया है.. हर दिन कम से कम 11 बजे घर पहूंचना चाहे जो भी जतन लगा लो.. अभी भी ऑफिस में ही हूं, पता नहीं कब घर जाऊंगा.. या जाऊंगा भी या नहीं.. मेरे जैसा योग्य युवक इस साधारण बग फिक्सिंग जैसे कार्यों में पहंसा हुआ है अब आप ही कहीये ऐसे में इस देश का क्या होगा? :D

ये लो, पोस्ट करने से पहले ही ए.सी. भी बंद कर दिया.. हद है भाई.. :(

Related Posts:

  • मैं, मौसी, बसंती और चंदनमौसी : अरे बेटा बस इतना समझ लो कि घर में जवान बेटी सिने पर पत्थर कि शील की तरह होती है, बसंती का ब्याह हो जाये तो चैन कि सांस लूं।मैं : हां, सच कहा मौ… Read More
  • ब्लौगवाणी हैक हो सकता हैमेरे इस पोस्ट का ये अर्थ कदापि नहीं है कि मैं ब्लौगवाणी को हैक करना चाहता हूं, मैं तो बस इतना चाहता हूं की ब्लौगवाणी अपनी तकनीकी खामियों को सुधारे वरन… Read More
  • YOUTUBE से विडियो डाउनलोड हुआ आसानआप अकसर youtube पर विडियो देखते होंगे और आप हमेशा ये सोचते होंगे कि काश इन्हें हम डाउनलोड कर पाते। मगर ये समझ में नहीं आता होगा कि इसे डाउनलोड करें तो… Read More
  • esnips से करें mp3/wma फाइल डाउनलोडज्ञानजी की टिप्पणी पढकर मैंने सोचा कि क्यों ना पहले यही पोस्ट पोस्ट किया जाये। तो चलिये मैं आपको बताता हूं कि esnips से MP3/WMA फ़ाइल कैसे डाउनलोड करते… Read More
  • इंटरनेट और बढती दूरियांमुझे आज भी वो दिन याद है जब मेरे पापाजी की घड़ी का समय कुछ आगे-पीछे हो जाता था तो वो बीबीसी के समाचार सेवा का लाभ उठा कर अपनी घड़ी का समय मिलाते थे। फिर… Read More

11 comments:

  1. इस सर्दी में भी ए सी आन है तो निश्चय ही यह प्रश्न उठेगा - क्या होगा इस देश [को]?

    ReplyDelete
  2. सी. एम. प्रसाद जी मद्रास में कहाँ सर्दियाँ?
    यही तो विडम्बना है। इस देश की कि कुछ लोग 18-20 घंटे काम कर रहे हैं और बहुत से बेरोजगार हैं। यह सस्ते में काम कराने का कंपनियों का गुर है। इस में बदलाव का कारण भी आप लोग ही बनने हैं। समय आने दो।

    ReplyDelete
  3. मेरे जैसा योग्य युवक इस साधारण बग फिक्सिंग जैसे कार्यों में पहंसा हुआ है अब आप ही कहीये ऐसे में इस देश का क्या होगा? :डी

    भाई बग फिक्सिंग भी कोई योग्य आदमी ही कर सकता है ! कोई ताऊ थोड़े ही करेंगे ? ठीक है भाई जब तक मजबूरी है फंसे रहो जब मौका मिले तब उनको भी देख लेना ! :)

    रामराम !

    ReplyDelete
  4. कुछ नही होने वाला इस देश का।जैसा चल रहा है,वैसा ही चलता रहेगा।

    ReplyDelete
  5. एक हम हैं कि आराम कर कर के थक गए हैं :-)

    ReplyDelete
  6. कोई बात नहीं, जब अयोग्य व्यक्ति देश चलाने लगें, तो बग फिक्सिंग योग्यों को ही करनी पड़ेगी.

    हमारी भोजपुरी में कहते हैं न- ' अ मुर्गा कटइहें ना त का हर जोतिहें?'

    ReplyDelete
  7. काम सिर्फ़ उतना करो जितना उचित है यानि आठ घण्टे, क्यो करते हो ज्यादा ??? निश्चय ही यह प्रश्न उठेगा - क्या होगा इस देश का ???
    केसा भी काम हो समय की हद होनी चाहिये, हम कमर तोड काम करने के लिये पेदा नही हुये...

    ReplyDelete
  8. देश ऐसे ही चकाचक चलता रहेगा!

    ReplyDelete
  9. जब इतनी चिन्‍ता की जा रही है और उसमें इतने लोग शरीक हो रहे हैं तो विश्‍वास कीजिए, अच्‍छा ही होगा ।

    ReplyDelete
  10. होगा वही जो मंजूरे खुदा होगा।

    ReplyDelete
  11. लेट है.. बग फिक्स हुआ क्या?

    ReplyDelete