असल में बात यह है कि कुछ दिन पहले मेरे ऑफिस में मुख्य द्वार पर एक बोर्ड लगा दिया गया है जिस पर कुछ आपत्तिजनक चीजों के चित्र हैं और साथ में लिखा हुआ है कि कृप्या इसे यहां जमा कर ही अंदर जायें.. उन चीजों में पेन ड्राईव, कैमरा, आई-पॉड, कैमरा मोबाईल, चाकू और पिस्तौल है.. अब मेरे पास सारी चीजें तो हैं, कमी है तो बस एक अदद पिस्तौल की..
अब जरा सोचिये कि क्या नजारा होगा जब एक-एक करके मेरे ब्रांच के सारे कर्मचारी अपनी-अपनी बंदूक निकाल कर काऊंटर पर जमा कराते जायेंगे.. किस तरह कि बातें होंगी..
'अ' कहेगा 'ब' से, "अरे आपकी कार्बाईन तो बहुत बढ़िया है.." मगर मन ही मन में सोचता रहेगा कि चलो इसी बहाने इसकी नजर मेरे अमेरिकन पिस्तौल पर तो पड़े..
'ब' उत्तर देगा, "कहां जी, आपकी पिस्तौल तो बिलकुल चमक रही है.. कहां से ली?"
'अ', "मेरा एक दोस्त ऑन साईट से लौट रहा था तो न्यूयार्क से उसने मेरे लिये खरीदी.. अब अमेरिकी वैसे भी यह सब बेचने में तो उस्ताद हैं ही.. चाहे तालिबान को देखिये या पाकिस्तान को, हर जगह उन्हीं का माल दिखेगा.."
तभी 'स' अपनी ए.के.56 लेकर अंदर आयेगा.. उसे देखकर गार्ड कहेगा, "सर, इतनी बड़ी बंदूक लेकर मत आया किजिये.. रखने मे बहुत जगह घेरता है.." 'स' कहेगा, "ये बस आज भर के लिये ही है.. कल से छोटा पिस्तौल लेकर आऊंगा.. आज ऑफिस के बाद एक बैंक लूटना है इसलिये इसकी जरूरत थी.. :)
खैर ये तो रही मजाक की बात.. अब अगर सच को सामने रख कर कल्पना करें कि कोई ऑफिस आया और उसने सच में अपना पिस्तौल जमा कराने कि कोशिश की तो सभी के चेहरे पर क्या भाव आयेंगे और उस गार्ड का क्या हाल होगा? मैंने गार्ड से पूछा था कि अगर कोई सच में अपना पिस्तौल जमा कराना चाहे तो वो क्या करेगा? उसका कहना था कि वो किसी भी अन्य सामान कि तरह उसकी जानकारी भी अपने रजिस्टर में दाखिल करेगा.. मैंने आगे पूछा कि क्या वो लाईसेंस चेक नहीं करेगा? सुनकर वो चौंक गया और बोला कि ऐसा तो मैंने सोचा ही नहीं था.. जब गार्ड इतनी छोटी-छोटी लापरवाही दिखाये तो आगे क्या कहा जा सकता है?
हमारे गार्ड कि लापरवाही के किस्से अगले भाग में.. किस तरह उसके हाथ में मेटल डिटेक्टर होते हुये भी वो लापरवाही दिखाता है..
मस्त भाई..अच्छा लिखे हो...
ReplyDeleteप्रशांत जी, एकदम मस्त. इसे कहते हैं अक्षरशः पालन करना. मेरा तो यही कहना है कि आप पालन कीजिये. अगर आपके पास असली वाली ना हो, नो कोई नकली वाली ले जाइये एक दिन.
ReplyDeleteहमारे ऑफीस का चौकीदार तो उन लड़कियो को भी अंदर जाने देता है.. जिन्हे बाकी के लोग बॉम्ब कहते है.
ReplyDeleteबहुत बढिया जी ! असल मे चोकीदार को इतने कानून कायदों कि जानकारी नही होगी सो वास्तव मे वो बिना लायसेन्स की रिवाल्वर भी कस्टडी मे रख सकता है ! उसको भी ट्रेण्ड करने की जरुरत है कम्पनी को ! पर आपने बढिया लिखा !
ReplyDelete@ भाई कुश .. ये किधर चल पडे ? :)
ये बोर्ड के बाहर तो कैमरा चलता ही न, तो ऐसे बोर्ड की तस्वीर लगानी थी हम भी दीदार करते।
ReplyDeleteवैसे ये नकली पिस्तौल वाला आइडिया अच्छा है, ट्राई करिए
baria likhte haib aap jara dhiaan rakhiyega aaj kal log chaukane ho gaye hain
ReplyDeleteअजी लायसेंस वाली बंदूक चौकीदार अपने पास? बिना लायसेंस तो वह रख नहीं सकता। दरवाजे पर लिखी इबारत ही गलत है। हथियार इस तरह रखाए नहीं जा सकते। हाँ यह लिखा जा सकता है, हथियार ले कर कार्यालय में प्रवेश न करें।
ReplyDeleteक्या बात है जी बहुत मस्त
ReplyDeleteधन्यवाद
supply kare revolver??...bachpan mein aise toys ka bahut shauk thaa...ek mouser hai kaam chal jaayega
ReplyDeleteaapki naukri pe aanch nahi aane denge
अगले किस्से का इंतजार!
ReplyDeleteबहुत बढ़िया, नव वर्ष की शुभकामनायें !
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