मैंने कहा, "भाईजान! आपको पता नहीं है.. हम यहां गरीबी में किसी तरह दिन काट रहे हैं और उधर मेरा करोड़ों का माल यू.के. में अटका हुआ है.. अब तो मेरी सारी उम्मीद आप पर ही टिकी हुई है.."
"क्या हुआ भाई? पहले कभी इस बारे में चर्चा नहीं किये थे?" उनका उत्तर था..
"किस मुह से कहते? और बताने का कुछ फायदा भी तो नहीं था.. मगर अब जबकी आप यू.के. जा रहे हैं तो आपसे बहुत उम्मीदें हैं कि आप मेरा फंसा हुआ पैसा मुझे दिलवा सकते हैं.."
अब तक हमारे भाईजान की आंखें गोल-गोल होकर फैल चुकी थी और वह बहुत उत्सुकता से मेरी बात सुनने लगे थे..
"भाई क्या बताऊं, हर दिन कम से कम दो-तीन मेल मेरे इन्बॉक्स में तो आ ही जाता है कि आप 1 मिलियन पाउंड जीत गये हैं.. वो आता है यू.के.लॉटरी की तरफ से और मैं इतनी बड़ी रकम को लेकर कोई रिस्क नहीं लेना चाहता हूं सो इ-मेल पर उनसे बात करने में हिचकता हूं.. अब तुम यू.के. जा ही रहे हो तो जरा उसके बारे में भी पता करते आना.. तुम्हें बहुत दुवायें मिलेगी.."
अब मेरा इतना कहना था की वो लगा खीसें निपोरने.. "क्या भाई.. तुम भी बढ़िया मजाक कर लेते हो.." उसका इतना कहना था कि मैं समझ गया, वो इतनी आसानी से यह काम नहीं करने वाला है.. आखिर भारतीय ट्रेंड है कि किसी को भी खुश देख लो चलेगा मगर अपने खास दोस्तों के लिये तो हमेशा परेशानी ही पैदा करो.. थोड़ी धमकी भी दिया और थोड़ा दोस्ती की दुहाई देकर ईमोशनल अत्याचार भी किया.. साम-दाम-दंड-भेद, सभी अपना लिया उस पर.. उसे यहां तक कहा कि हर दिन जो मैं पैसे जीतता हूं उसमें 60% तुम्हारा..
अंत में जाने से पहले उसने कुछ कहा नहीं.. और हम तो कुछ नहीं का मतलब मूक सहमती ही समझते हैं.. सो अब इंतजार में बैठा हूं कि कब वह उसके बारे में पता करता है और कब मैं करोड़पति बनता हूं.. लेकिन जिस दिन करोड़पति बन गया मैं अपने ब्लौगर दोस्तों को भी नहीं भूलूंगा.. एक जबरदस्त पार्टी जरूर दूंगा.. सो अब आप लोग भी मेरे लिये उस पार्टी की खातिर दुवायें मांगना शुरू कर दिजिये.. ;)
इस चित्र को बड़ा करके देख सकते हैं यू.के. लॉटरी के बारे में..
ये यूके लॉटरी तो हमें भी निकल चुकी है कितनी ही बार। लगता है यह सभी को निकलती है।
ReplyDeleteआपका पैसा मिल जाये तो हमारा भी निकलवा दीजियेगा।:)
ReplyDeleteभाई दुनियावी तकाजा है कि आप पहले अपना निकलवा ले फ़िर हमारे भी करोडो पौंड फ़ंसे हैं..उनका भी रास्ता लगवा दे.
ReplyDeleteऔर अगर आप चाहे तो हम अपनी सारी लाटरि आपको दस % मे बेचने का सौदा कर सकते है आपको. आप घर के आदमी हैं इसलिये सस्ते मे आपको बेच रहे हैं.
आप हमारा दस % अभि दे दिजिये बाकी नब्बे % आप वसूलते रहना.
क्या है कि हम ठहरे देशी गंवई ..सो हमारा तो इतने से भी काम चल जायेगा.:)
रामराम.
हम भी आपकी तरह कई बार करोड़पति बन चुके हैं,मगर पति नही बन पाये हैं।
ReplyDeleteअरे वाह इस तरह कई मेल मेरे स्पेम बॉक्स में भी धूल खा रही है ...कुछ जुगाड़ बने तो खबर करना :)
ReplyDeleteभाईजन अगर आपका पैसा दिलवा दे तो हमारी भी पैरवी भाईजान से कर दीजियेगा हम ७०% तक दे देगे .
ReplyDelete५ साल पहले की बात है एक हमारे भैया के मैनेजर हैं उनकी निकली थी ...और वो लालच में आ अपने ८-१० हज़ार रुपये गँवा बैठे थे
ReplyDeleteमेरा नंबर कब आएगा? ऐसी थोक के भाव में मेल मेरे पास भी पड़ी हैं, सोच रही हूँ सब तुम्हें फॉरवर्ड कर दूं :)
ReplyDeleteयू के ऐसी ही लाटरियाँ, नाईजिरिया में बैठे बन्दे हर इ-मेल वाले की आये दिन, निकलते ही रहते हैं.
ReplyDeleteसबकी आती है, मेरी ही लौटरी वाली मेल नही आती :-)
ReplyDeleteअरे मेरे पास तो तकरीबन रोज ही ऐसे मेल आते हैं। मैं तो बिना पढ़े ही डिलीट कर देता हूं। मूर्ख हूं ना। लगता है मेरी किस्मत में करोड़पति बनना नहीं लिखा है। आप जल्दी से बन जाएं यही दुआ है।
ReplyDelete