VIT का मुख्य द्वार
आज जब मैं आफिस में बैठा हुआ था तब मेरे मित्र शिवेन्द्र ने मुझे एक साईट का पता दिया.. जब मैंने उसे खोल तो देखता हूं कि मेरे कालेज के लड़कों ने इस बार तो बस कमाल ही कर दिखाया.. TCS ने इस बार वहां से 1075 विद्यार्थीयों का कैंपस सेलेक्सन किया है..
मुझे याद है मेरे समय में (2007 में) TCS ने 575 लड़कों को लिया था जो एक रिकार्ड सा बन गया था.. जिसे बाद में अन्ना यूनिवर्सिटी ने तोड़ा था.. वहां इंफ़ोसिस ने 600+ लड़को को लिया था.. फिर पिछले साल TCS ने मेरे जूनियरों में से 788 विद्यार्थीयों को लिया जो एक नया रिकार्ड बन गया था और मेरी जानकारी में अभी तक ये रिकार्ड ही था.. और अबकी बार तो TCS ने एक ऐसा किर्तिमान स्थापित कर दिया है जिसे आने वाले 2-3 सालों तक कोई भी अन्य यूनिवर्सिटी तोड़ने की स्थिति में नहीं दिख रहा है..
मैंने वहां से एम.सी.ए. किया था सो अपने ब्रांच पर ज्यादा ध्यान रहता है.. एम.सी.ए. से इस बार TCS ने 60 विद्यार्थीयों को लिया है..
ज्यादा जानने के लिये आप यहां देखे.. यहां मगर एक जानकारी गलत है.. वो ये कि पी.जी. से बस 166 विद्यार्थियों का सेलेक्सन हुआ है.. क्योंकि अगर ऐसा होता तो एम.सी.ए. से 60 विद्यार्थी नहीं चुने जाते..
VIT के विद्यार्थी एक और बात के लिये गर्व कर सकते हैं कि इंडिया टूडे ने VIT को भारत का सबसे अच्छा प्राईवेट कालेज का दर्जा दे रखा है..
टेक्नोलॉजी टॉवर
:) बधाई हो
ReplyDeleteबहुत सही,
ReplyDeleteहमारा जमाना तो कुछ और ही था :-)
टावर तो मस्त लग रहा है, बोले तो एकदम चकाचक । आजकल कालेजों की फ़ीस कितनी होती है? हमारे जमाने में तो सरकारी कालेजों में सस्ते में छूट जाते थे :-)
और ये भी बताओ कि TCS जैसी कम्पनियाँ आजकल कैम्पस में पैकेज क्या दे रही हैं । असली वाला पैकेज मतलब हाथ में कितना आता है महीने के बाद ।
इतने सारे लोग एक ही कालेज से-वो भी जहाँ से आप पढ़ें हैं.वाह जी, बधाई. कालेज परिसर तस्वीर में जबरदस्त दिख रहा है.
ReplyDeleteअरे, कल ही मेरे एक सहकर्मी वीआईटी की पूछताछ कर रहे थे। उन्हें बताता हूं।
ReplyDeleteek alag sa ahsaas hota hai na....
ReplyDeleteआप सभी का बहुत धन्यवाद..
ReplyDelete@ नीरज जी - जी हां.. हमारा कालेज था ही चका-चक.. पर फ़ी बहुत ज्यादा थी.. मैं ट्यूशन फी 88 हजार देता था और होस्टल-मेस मिला कर 1 लाख 40 हजार के आस-पास बनता था.. मेरे जूनियर के समय में पोरा जोड़ कर 1 लाख 60 हजार से उपर निकल गया था.. मगर बी.टेक. में फी कम था.. मैं एम.सी.ए. किया था वहां से..
मेरे जूनियर अभी ज्वाइन नहीं किये हैं मगर अपने बैच का बता रहा हूं.. महिने में सब कट कर 18-19 हजार हाथ में आ जाते हैं..
प्रशान्त,
ReplyDeleteजानकारी के लिये बहुत धन्यवाद । हमने तो १९९८-२००२ में बी.टेक किया था तब साल की कालेज की फ़ीस ~१२००० जाती थी और तकरीबन १०००-१२०० रूपये महीना हमारा मैस और हाथ खर्च । पिताजी को अब भी ताना देते हैं कि सस्ते में छूट गये :-)
मेरी छोटी बहन ने मथुरा के एक कालेज (GLA Inst. of Engg and Tech) से इसी महीने बी. टेक खत्म किया है, उसकी फ़ीस अच्छी खासी थी फ़्री सीट के बावजूद । अब छोटी महारानी घर पर आराम कर रही है और HCL से ज्वानिंग डेट का इन्तजार कर रही है, तब तक पूरी मौज मस्ती :-)