Wednesday, January 23, 2008

मेरा मित्र विकास और नेताजी

इसे छोड़कर इन दोनों में और कोई समानता नहीं है कि इन दोनों का जन्म आज ही के दिन 23 जनवरी को हुआ था। मैं विकास से पहली बार अपने कालेज के पुस्तकालय में मिला था, मैं MCA के दूसरे बैच में प्रवेश लेने के लिये गया हुआ था और विकास ने पहले बैच में प्रवेश लिया था। विकास पुस्तकालय में पार्थो के साथ था जो मेरा पुराना मित्र था और उस समय का विकास का रूममेट। मुझे लगा की ये जरूर अव्वल दर्जे का पढाकू होगा तभी तो कोर्स के शुरूवाती दिनों से ही पुस्तकालय में घूम रहा है। (कालेज के दिनों में पढाकू हमारे लिये एक गाली की तरह होता था। :)) और फिर उसके साथ जो मेरी दोस्ती शुरू हुई सो अभी तक है। उस समय से लेकर अभी तक हम साथ ही हैं। भाग्य ने भी दोनों को ऐसे जगह ला पटका की यहां भी हम साथ ही रह रहे हैं।

जैसे-जैसे मैंने इसे जानना शुरू किया, मैंने पाया की ये अव्वल दर्जे तो क्या छोटे दर्जे का पढाकू भी नहीं है पर अपनी पढाई को लेकर बहुत ज्यादा उद्यमी लड़का है। तीक्ष्ण बुद्धि और विनोदिता से सुसज्जित मस्तिष्क जैसे इसे ईश्वर की ही देन है। मैंने ये भी पाया की हमारे गुण-विचार भी एक दूसरे से बहुत मिलते हैं। यहां तक की अगर कोई हमारे हस्तलिपि पर अचानक यूं ही नजर डाले तो उसके लिये ये जानना बहुत कठिन होगा की ये किसी एक के द्वारा ही लिखा हुआ है या अलग-अलग व्यक्तियों के द्वारा।

बैंगलोर-मैसूर हाईवे पर मैं(बायें) और विकास(दाहिने)
छात्रावास प्रवास के दौरान हमने ना जाने कितनी ही रातें गप्पे मारते हुये बिताये। मैं जब भी किसी परेशानी में होता था तो विकास से हमेशा ही एक परिपक्व सलाह मिल जाती थी। जब मैं अपने जीवन का सबसे बड़े मानसिक तनाव से गुजर रहा था उस समय मुझे कुछ लोगों का(घर के सदस्यों को छोड़कर) बहुत सहयोग मिला था जिसमें विकास का हिस्सा सबसे बड़ा था।

पढाई में हमेशा अव्वल मगर हमेशा खुद को सबसे छोटा और कम जानने वाला बताने वाला(घमंड से कोशों दूर), कराटे का ज्ञाता और बलिष्ठ शरीर का स्वामी होते हुये भी हमेशा लड़ाई-झगड़े से दूर रहने वाला(इसके शब्दों में, "मैं जब भी लड़ा हूं तो बस कराटे में पाईन्टस लेने के लिये"), हमेशा शांत सा दिखने वाला मगर अगर कुछ पसंद नहीं है तो उसका कड़ा विरोध भी जताने वाला।

चलिये जब मैं इसकी इतनी सारी खूबियों के बारे में बताया ही हूं तो इसकी सबसे बड़ी खामी के बारे में भी बताता चलूं। "आलस्य और संतोष" एक जगह अगर कुछ मिल जाये तो बस वहीं इसका मन रम जाता है और फिर कुछ भी नया पाने के लिये कोई उद्यम नहीं करना इसके स्वभाव में है।

अगर कोई मुझसे पूछे की विकास मेरे लिये कितना महत्व रखता है तो मेरे पास उसका कोई जवाब नहीं होगा, मैं निरूत्तर हो जाऊंगा। क्योंकि उसे बताना मेरे बस के बाहर की बात होगी। हां मगर ये जरूर कहूंगा की ये मेरे लिये दोस्त के रूप में एक बड़े भाई की तरह है, और हमेशा मुझे इससे सही सलाह मिलती रही है। अगर ये मुझे कुछ करने के लिये कह दे तो वो सही हो या गलत, मुझे अच्छा लगता हो या बुरा, इसकी परवाह किये बगैर बस उसे कर देता हूं। मुझे नहीं पता की ये मेरे बारे में ऐसा ही सोचता है या नहीं, खैर अगर ये ऐसा नहीं सोचता है फिर भी मेरे इस कथन में कोई अंतर नहीं आता।

जब हम दोनों चेन्नई शिफ्ट हुये थे तब मेरे घर वाले निश्चिंत थे की मैं विकास मेरे साथ रह रहा है और इसके घर पर भी सभी निश्चिंत थे की ये प्रशान्त के साथ रह रहा है। बस ऐसी ही हमारी दोस्ती है। :)

==============================================

आज नेताजी का जन्मदिन है और उन्हें याद किये बगैर अगर मैं आज का ये पोस्ट बंद कर दूं तो ये उनके प्रति न्याय नहीं होगा। अगर आप उनके बारे में ज्यादा पढना चाहते हैं तो इस पते पर जाईये।

9 comments:

  1. नेताजी के बारे में याद दिलाने को धन्यवाद। मैं उनके प्रकार से तो नहीं चलूंगा पर उनकी देश भक्ति तो बेमिसाल रही है।

    ReplyDelete
  2. Hi,

    Happy Birthday To Vikas Ji :-)

    Please do convey my regards to him.

    ReplyDelete
  3. jaha tak mujhe maalum hain vikas ka janam din toh aane wala hain.. i think he is talking about partha..

    abhey pls ek mail forward kar diya kar jab bhi koi post kare.. toh mere comments hamesha tere profile mein mill jayenge..

    ReplyDelete
  4. sorry uska birthday.. kal he tha.. lagta hain ab merko usko belated bday wishes dene honge. :(

    ReplyDelete
  5. ये गहरे नीले रंग पर काला अक्षर पढ़ने मे दिक्कत आ रही है,वैसे आपकी दोस्ती का रंग काफ़ी गहरा है ..

    ReplyDelete
  6. अच्छा लगा दोस्त से मिलकर। और हाँ नेताजी तो हम सबके प्यारे है।

    ReplyDelete
  7. आज मेरे भाई का भी जन्मदिन है ।सबको बधाई।

    ReplyDelete
  8. आज मेरे भाई का भी जन्मदिन है ।सबको बधाई।

    ReplyDelete
  9. achchha laga tum dono ke baare mein is tarah padhkar

    ReplyDelete