Wednesday, October 01, 2008

नये न्यूज चैनल VMM का खबरिया, प्रशान्त

नमस्कार!! आप देख रहे हैं VMM न्यूज चैनेल.. आज का समाचार आप प्रशान्त प्रियदर्शी से सुनने जा रहे हैं.. आज के मुख्य समाचार इस प्रकार हैं..

*शिवेन्द्र अपने घर बीबीपुर, छपरा के लिये रवाना, वडापलानी चिड़ियाघर में खुशियों का सा माहौल..
*वडापलानी चिड़ियाघर में इंडियन आईडल का धमाल..
*कोलकाता में त्योहारों का उल्लास मगर नीता को अपने पैसे अभी तक नहीं मिलने से उनका मन उदास..
*मुम्बई में लंगड़ा त्यागी जी प्रशान्त कि नयी कविता के इंतजार में.. संजीव के 3-4 कॉल अमित ने मिस किये..
*बैंगलोर में सन्नाटा..
*USA में आर्थिक संकट..
*प्रशान्त ने क्रिकेट टीम से अपना नाम वापस लिया.. चंदन शतक कि ओर..


अब समाचार विस्तार से सुने..
अभी-अभी हमारे विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि शिवेन्द्र कुमार गुप्ता जी अपने घर बीबीपुर जाने के लिये चेन्नई सेन्ट्रल पहूंच चुके हैं.. यह खबर सुनते ही वडापलानी चिड़ियाघर में स्थित हमारे मित्रों में खुशियों की लहर सी दौर गई.. हमारे संवाददाता ने उनसे फोन लाईन पर संपर्क किया और पुछा आपको कैसा लग रहा है.. उन्होंने बताया की बहुत उल्लास पूर्वक वो घर जा रहे हैं.. संवाददाता ने उन्हें याद दिलाया कि बोतल में चूड़ा का भूंजा पैक करके लाना ना भूलें.. वो इन दिनों बहुत परेशान नजर आ रहे थे, उनकी परेशानी दूनी हो गई जब उन्हें पता चला कि 25 वर्ष तक ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिये और 25 से 50 तक गृहस्थ का.. उन्हें पता चला की इस तरह उन्होंने अपना 1 वर्ष और 1 महिना व्यर्थ कर दिया है.. हम उम्मीद लगा रहे हैं कि बीबीपुर से वापस आ कर साथ में अप्नी बीबी का भी हाल समाचार सुनायेंगे.. यह समाचार हम सबसे पहले आप तक पहूंचा रहे हैं.. हमारे दूसरे फोन लाईन पर मौजूद हैं वडापलानी चिड़ियाघर में रहने वाले एक प्राणी विकास..
"हां विकास जी, क्या आप हमें सुन पा रहे हैं?"
घर्रर्रर्र.. "हां कहिये.."
"आपको कैसा लग रहा है?"
"अच्छा हुआ साला चला गया.. कुछ दिन मन को शांति मिलेगी.. एक साला से उसकी सूरत देख-देख कर पक गया था.. दूसरी बात यह है कि जब घर से आयेगा तो खाने-पीने का सामान भी लेता आयेगा.."
"तो आप देख रहे हैं कि वडापलानी चिड़ियाघर के प्राणियों के चेहरे पर कितनी खुशी छाई हुई है.."
सबसे तेज VMM न्यूज चैनल..

आज-कल वडापलानी चिड़ियाघर में स्थित हमारे सभी जानवर गण रात में अपने पिंजड़े में पहूंचते ही ठ्V पर टूट परते हैं.. आज-कल वहां इंडियन आईडल और जरा-जरा नच के दिखा जैसे रियालिटी शो ने धमाल मचा रखा है.. आज-कल प्रशान्त को उनके मित्र विकास, अमित और शिव इंडियन आईडल में भाग लेने के लिये चने कि झाड़ पर चढा रहे हैं.. देखिये कब तक चने कि झाड़ पर प्रशान्त चढने में सफल होते हैं, जिससे कि उन्हें वहां से धक्का दिया जा सके..

दशहरा के पावन मौके पर कोलकाता में खुशियों का सा महौल है.. रोज खरीददारी करके बाकी जगहों के लोगो को जलाया जा रहा है.. उधर हमें अभी-अभी पता चला है कि नीता को अपने पैसे नीरज से वापस नहीं मिले हैं.. वो काफी गुस्से में हैं और उदास भी.. और इस त्योहार में नीरज को गालियों का उपहार देने का सोच रहीं हैं..

आज ही पता चला कि हमारे अनुज कुमार सिंह उर्फ़ 'लंगड़ा त्यागी' काफी दिनों से दूसरों कि कवितायें पढकर बोर हो जाने के कारण से एक अदद कविता कि मांग प्रशान्त प्रियदर्शी के सामने रखे हैं.. उन्होंने धमकी दी है कि अगर जल्द से जल्द उन तक कविता ना पहूंचाई गयी तो वो देशव्यापी बंद का आयोजन करेंगे.. इधर प्रशान्त घबरा कर अपने ऑफिस में ही किसी कविता कि तलाश में जुट गये हैं.. एक कविता को वो जानते थे, मगर वो तो दूसरे ब्रांच में काम करती है..

उधर कल रात अमित ने संजीव भाई के 3-4 बार फोन करने पर भी फोन नहीं उठाया.. हमारे विश्वत शूत्रों से पता चला है कि अमित ने वो कॉल देखा ही नहीं.. मगर अमित कि हालत पतली बताई जा रही है.. उन्हें डर है कि कहीं मुम्बई से भाई लोगों का फोन जबरदस्ती टैक्स वसूलने के लिये तो नहीं था? उन्होंने अभी तक पुलिस को खबर नहीं की है और इससे अपने स्तर से निकलने कि तैयारी में हैं..

आज ही अर्चना का मेल भी मिला, जिसमें उन्होंने कहा एडवांस में हैप्पी ईद और हैप्पी दशहरा.. हाल में हुये बम धमाकों को मद्देनजर रखते हुये इसे एक प्रकार कि धमकी के रूप में लिया जा रहा है.. माना जा रहा है कि इसमें उच्च स्तर के तकनीक का प्रयोग किया गया है.. मुम्बई के किसी Wi-Fi नेट्वर्क को हैक करके यह ई-मेल भेजे जाने कि भी संभावना व्यक्त की जा रहीं है.. विरोधी पार्टी इस ई-मेल कि जांच उच्च स्तर पर किये जाने की मांग कर रहे हैं..

उधर बैंगलोर में काफी सन्नाटा छाया हुआ है.. कहीं से किसी प्रकार कि खबर मिलने कि सूचना नहीं है.. आशंका व्यक्त की जा रही है कि कहीं यह तूफान से पहले की शांति तो नहीं है?

अब चलते हैं कुछ अंतरराष्ट्रीय खबरों कि ओर..
वाणी मिश्रा के USA पहूंचने कि खबर सुनते ही वहां आर्थिक मंदी का माहौल तैयार हो गया है.. माना जा रहा है कि ऐसे कंजूस के वहां पहूंचने से वहां की उपभोक्तावाद संस्कृति पर भी काफ़ी बुरा असर परा है और लोग पैसे खर्च करना बंद कर दिये हैं.. फेडेरल बैंक ने इस स्थिति से बाहर निकलने के लिये $700 बिलियन बाजार में लाने का प्रबंध कर रही थी मगर राष्ट्रपति बुश ने यह सोचकर इसे खारीज कर दिया कि वाणी को तो अब बस 1.5 महिने ही यहां रहना है.. उसके बाद सब खुद ही ठीक हो जायेगा..

अभी अभी हमारे तेज खबरिया रिपोर्टर से पता चला है कि USA में छाई मंदी का असर कोलकाता में भी हुआ है.. नीरज अफ़रा-तफ़री में अपना सारा पैसा बैंको से निकाल कर अपने घर में जमा कर रहे हैं.. उन्हें चोर-लूटेरों का भी भय हो रहा है, मगर वह निश्चिंत हैं की बैंक जैसे चोर-लूटेरों से तो मोहल्ले वाले चोर-लूटेरों अच्छे हैं.. कुछ तो छोड़ ही जायेंगे.. बैंक वाले तो कुछ भी नहीं छोड़ते हैं..

अब कुछ खेल समाचार..
अभी पूरा विश्व दिल थामे बैठे हैं कि कब चंदन अपना शतक पूरा करते हैं.. वो अभी नर्वस नाईन्टी में पहूंच चुके हैं.. 90किलो पार करने के बाद वो अभी संभल कर बल्लेबाजी कर रहे हैं.. उम्मीद जतायी जा रही है कि एक बार 100 पूरा कर लेने के बाद फिर से उनकी धुवांधार बल्लेबाजी देखने को मिलेगी.. इधर चेन्नई में CSS कंपनी के तरफ से आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट से प्रशान्त ने अपना नाम वापस ले लिया है.. माना जा रहा है कि उन्हें चयनकर्ताओ ने जबरी टीम में शामिल कर लिया था..

इसी के साथ आज का समाचार समाप्त होता है.. नमस्कार..

आपको यह समाचार कैसा लगा? आप अपना जवाब हमें इस पते पर दे सकते हैं..
पिंजड़ा नंबर 420,
वडापलानी चिड़ियाघर, चेन्नई-26
या फिर आप हमें ई-मेल भी कर सकते हैं.. पता है - prashant7aug@gmail.com
या फिर आप अपना विचार हमें SMS के द्वारा भी बता सकते हैं.. नंबर है - 9940648140

===============================================
यह पत्र मैंने अपने दोस्तों के लिये लिखा था.. इसमें वडापलानी में मेरा घर है जिसे सभी मित्रगण वडापलानी चिड़ियाघर के नाम से बुलाते हैं.. और बाकी सभी मेरे कालेज के मित्रों के नाम हैं.. VMM का फुल फार्म है - VIT MCA Mitra Mandali NEWS Channel.. ;)

6 comments:

  1. बहुत ही सुंदर लिखा है। अमृता प्रीतम के उपन्यास "पांच बरस लम्बी सड़क" टोन याद आ गई। नहीं पढ़ा हो तो इसे अभी कबाड़ कर पढ़ लें।

    ReplyDelete
  2. जी सर.. अभी पापाजी को कहता हूँ की कहीं से जुगाड़ करके भिजवा दें.. :)
    यहाँ चेन्नई में तो कोई जुगाड़ भी नहीं है हिंदी उपन्यासों का..

    ReplyDelete
  3. वाह भई वाह ! ये हुई कोई बात ! मजा आया इस लेख को पढ़ कर ! शुभकामनाएं !

    ReplyDelete
  4. बहुत सुंदर सरपट एक रौ में लिखी गई रचना ! बहुत शुभकामनाएं !

    ReplyDelete
  5. वाह! बहुत जमा!!

    ReplyDelete
  6. Bahut sahi hai...
    main to yaar kayal ho gaya hun tumhara..is mamle me..!

    ReplyDelete