तो शुरूवात करते हैं समीर जी कि लिस्ट से और अंत अमित जी कि लिस्ट से..
१.छद्म नाम से ब्लॉग खोला.
(क्या पता यही वह ब्लौग हो? :))
२.बेनामी जाकर टिपियाये.
(खूब किये हैं जी.. अभी अभी इस ब्लौग पर टिपिया कर आ रहे हैं.. न्योता जो मिला था.. :D)
३.किसी विवाद के सेन्टर पाईंट बने.
(अफ़सोस, वह विवाद ज्यादा दिन नहीं खिंच सके.. शायद विवाद आगे बढ़ने कि कला सीखनी होगी.. :))
४.फुरसतिया जी की पोस्ट एक सिटिंग पूरी में पढ़ी.
(बहुत बोर हो रहे थे तो सोचा कि थोडा और बोर होने में क्या बुराई है? ;))
५.शास्त्री जी ने आपके बारे में लिखा.
(गलती मनुष्यों से ही होती है और ब्लौगर मनुष्य ही होते हैं.. :))
६.अजदक की कोई पोस्ट समझ में आई.
(भविष्य को लेकर आशावादी हैं.. वैसे एक-दो बार उनको कमेन्ट लिख दिया था कि अबकी बार समझ गए.. :))
७.टंकी पर चढ़े.
(बिलकुल जी, नहीं तो हिंदी ब्लौगर काहे का?)
८.लोग टंकी से उतारने आये.
(क्यों नहीं आयेंगे भला?)
९.टंकी से खुद उतर आये.
(उतरे तो खुद ही थे मगर अच्छे ब्लौगर का फर्ज निभाते हुए सारा श्रेय दूसरों को दे दिए.. :))
१०.खुद की आवाज में गाकर पॉडकास्ट किया.
११.किसी ने अगली बार से न गाने की सलाह दी.
(बाकायदा फोन करके कहा.. कमेन्ट में किसी ने नहीं कहा..)
१२.अगली बार से न गाने की सलाह मानी.
(नली टेढी हो जाये, मगर कुत्ते कि दम सीधी नहीं होती है.. अगली बार भी गायेंगे.. ;))
१३.किसी ने आपका कार्टून बनाया.
(इंतजार में हैं.. जिससे उसे ही अपना प्रोफाइल फोटो में लगा सके..)
१४.किसी की पोस्ट चोरी करके अपने ब्लॉग पर अपने नाम से छापी.
(अपने छद्म ब्लौग पर जी.. :))
१५. चोरी की पोस्ट छापने के बाद पकड़े गये.
(वो चोर ही क्या जो पकडा जाये?)
१६. चोरी की पोस्ट छापकर पकड़े जाने के बाद भी बेशर्मों की तरह सीना जोरी करते रहे.
(जब चोरी पकडी ही नहीं गई तो सीनाजोरी काहे कि?)
१७. साहित्यकार होने का भ्रम पाला.
(अभी भी उसी भ्रम में हैं.. :D)
१८. लिखने के साथ यह भी बताना पड़ा कि यह गज़ल है और यह व्यंग्य.
(अब तो यह पोस्ट का हिस्सा बन गया है.. :))
१९. अपनी पोस्ट पढ़ने के लिए ईमेल से निमंत्रित किया.
(पहला मेल समीर जी को ही करेंगे..)
२०. ईमेल निमंत्रण के जबाब में कोई फटकार खाई कि आगे से ऐसी मेल न भेंजे.
(देखते हैं समीर जी क्या कहते हैं.. ये कुछ-कुछ ऐसा ही है जैसे प्रयोगशाला का प्रयोग.. सफल होने पर एक और पोस्ट लिखूंगा.. ;))
२१. फटकार के बावजूद ईमेल भेजते रहे.
(ये १९ और २० से सम्बंधित है..)
२२.दो ब्लॉगर के बीच झगड़ा करवाया.
(नहीं करवाया तो हिंदी ब्लौगर काहे का?)
२३. दो ब्लॉगर के बीच झग़ड़ा करवाकर शांत कराने पहुँचे.
(यही तो हिंदी ब्लौगर कि शान में चार चाँद लगाता है.. :))
२४. किसी सामूहिक ब्लॉग के सदस्य बने.
(अभी भी हैं..)
२५. किसी सामूहिक ब्लॉग की सदस्यता त्यागी.
(जी हाँ.. नाम भी बताना होगा क्या? चलिए बता ही देते हैं.. भड़ास.. :))
२६. किसी सामूहिक ब्लॉग से निकाले गये.
(बिलकुल जी.. और यह नाम भी जाना पहचाना ही होगा.. ;) मोहल्ला)
२७. बाथरुम में बैठकर ब्लॉग पोस्ट की.
२८. ट्रेन से कोई पोस्ट लिखी.
२९. ताऊ की पहेली बूझी.
(हर बार बूझते हैं.. 1st कभी नहीं हुए.. :()
३०. पोस्ट लिखने और पोस्ट करने के बाद डिलिट की.
३१. ब्लॉगवाणी में आज की पसंद पर पहले नम्बर आये.
(बहुत बार आये.. हम पहले ही कह चुके हैं कि गलती मनुष्य से ही होती है और ब्लौगर भी मनुष्य ही होते हैं.. ;))
३२. चिट्ठाजगत की धड़ाधड़ में १ नम्बर पर आये.
(बहुत बार आये.. हम पहले ही कह चुके हैं कि गलती मनुष्य से ही होती है और ब्लौगर भी मनुष्य ही होते हैं.. ;))
३३. किसी के ब्लॉग पर झूठी तारीफ की.
(हमेशा करते हैं.. तभी तो लोंग हमारी भी झूठी तारीफ करने आते हैं.. :D)
३४. किसी फिल्म की समीक्षा पोस्ट की.
३५. ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से दूसरे ब्लॉगर से तू तू मैं मैं की.
३६. कोई ऐसी पोस्ट की जिसे किसी ने पढ़ा ही नहीं.
(अजी वही चोरी वाला)
३७. तरकश चुनाव लड़े उदीयमान ब्लॉगर ऑफ द ईयर वाला.
(हार गए थे.. :()
३८. किसी की पोस्ट पढ़कर लगा कि काश! मैं भी ऐसा लिख पाता.
३९. किसी की पोस्ट पढ़कर ऐसा लगा कि हे भगवान!! कभी गल्ति से भी मैं ऐसा न लिख दूँ.
४०. बिना उस स्थल पर गये वहाँ का यात्रा संस्मरण लिखा.
४१. कभी अपनी कविता किसी विदेशी कवि के नाम से चैंपी.
४२. कभी आपकी किसी हास्य प्रधान पोस्ट को किसी ने टिप्पणी में अति मार्मिक बताया.
(अक्सर ऐसा ही होता है.. :()
४३. बिना पोस्ट पढ़े टिप्पणी की.
४४. कभी अपने ही लिखे पर शरम आई.
(आज आएगी, सो पहले ही बोल्ड किये देते हैं..)
४५. कभी काफी दिनों तक न लिख पाने की माफी मांगी, इस भ्रम में कि लोग इन्तजार कर रहे होंगे.
४६. जब दिन भर टिप्पणी नहीं आई तो खुद से टिप्पणी करके चैक किया कि टिप्पणी बॉक्स काम कर रहा है कि नहीं.
(पूरी इमानदारी से बता रहा हूँ.. शुरूवाती दिनों कि याद दिला दिए आप.. :))
४७. कहीं टिप्पणी लम्बी हो जाती इसलिए उसे पोस्ट बना कर पोस्ट किया.
(और क्या? हम इत्ती मेहनत करें और वो दुसरे के ब्लौग पर पड़ा रहे यह हमें मंजूर नहीं..)
४८. कभी अपनी बात उल्टी पड़ जाने पर बचने के लिए ऐसा कहा कि ’हम तो मौज ले रहे थे.’
(हर दुसरे दिन ऐसा ही होता है..)
४९. कभी अखबार में आपके ब्लॉग का जिक्र हुआ.
५०. अखबार में आपके ब्लॉग के जिक्र को स्कैन करा के ब्लॉग पोस्ट बना कर छापा.
५१. अखबार की स्कैन कॉपी मित्रों और रिश्तेदारों को ईमेल से भेजी.
५२. ’आज कुछ लिखने का मन नहीं है’ कह कर २५ लाईन से ज्यादा की पोस्ट लिखी.
(दो दिन पहले ही लिखी थी.. आप पढ़ सकते हैं.. :))
५३. एक ही पोस्ट को अपने ही पाँच ब्लॉगों से छापा.
५४. अपनी पोस्ट बिना टिप्पणी के एग्रीगेटर के दूसरे पन्ने पर चले जाने से उसे डिलिट कर फिर से छापा ताकि वो फिर से उपर आ जाये.
५५. गुस्से में अपने ब्लॉगरोल से किसी का ब्लॉग अलग किया.
५६. एक दिन मे २५ से ज्यादा ब्लॉग पर टिपियाया.
५७. किसी और की पोस्ट पढ़ने के लिए अपने ब्लॉग पर सिर्फ उसका लिंक देकर एक पोस्ट बनाई.
(समझा नहीं?)
५८. कभी कोई ब्लॉगर मीट अटेंड की.
(एक बार बहुत सारे ब्लौगरों से मुलाकात कि थी, मगर मैथिली जी ने कहा कि इसे मीट का नाम मत देना.. सो उनकी बात मान कर यह पोस्ट दे मारी थी.. :D आखिर हम भी किसी से कम थोड़े ही हैं.. ;))
५७. कभी ब्लॉगर मीट अटेंड करके उसकी रिपोर्ट लिखी.
५८. कभी किसी शोक समाचार पर भूल से बधाई दी.
५९. कभी किसी से पोस्ट पर मजाक किया और सामने वाले ने बुरा मान लिया.
६०. कभी आपकी खिलाफत करती किसी ने ब्लॉग पोस्ट लिखी.
६१. क्या ’साधुवाद’ टाईप किसी जुमले से आपकी अलग पहचान बनी.
६२. क्या ब्लॉग पोस्ट पर आपका कोई तकिया कलाम है.
६३. कभी छत पर बैठ कर कोई ब्लॉग पोस्ट लिखी.
६४. कभी कुछ लिखना चाहा किन्तु किसी को बुरा न लग जाये इसलिए नहीं लिखा.
६५. कभी पूरी पोस्ट तैयार हो जाने के बाद भूल से डिलिट हो गई.
६६. क्या इस भूल से डिलिट हुई पोस्ट के लिए एक पोस्ट की कि पोस्ट डिलिट हो गई और अब फिर से लिख पाना संभव नहीं.
६७. क्या यह बताने के लिए कि ’अब अगले पाँच दिन नहीं लिख पाऊँगा’ पोस्ट लगाई जबकि यूँ भी आप एक महिने से नहीं लिख रहे थे.
६८.कभी आपका ब्लॉग एग्रीगेटर से अलग किया गया.
६९. क्या कभी तकनिकी कारणों से पोस्ट एग्रीगेटर पर न दिखने पर आपने एग्रीगेटर की तानाशाही पर पूरा ब्लॉगजगत सर पर उठा लिया.
७०. कभी किसी को अपने ब्लॉग का सदस्य बनाने निमंत्रण भेजा.
७१. कभी किसी से उसके ब्लॉग का सदस्य बनने का निमंत्रण मिला.
७२. कभी किसी को अपने ब्लॉग का सदस्य बनाने निमंत्रण भेजा और उसने ठुकरा दिया.
(पहले ही पूछ लिए थे कि आप सदस्य बनना चाहते हैं या नहीं.. सो यह मौका नहीं आया.. :))
७३. कभी किसी से उसके ब्लॉग का सदस्य बनने का निमंत्रण मिला और आपने ठुकरा दिया.
७४. आपकी गज़ल के बेबहर होने पर किसी ने टोका.
७५. क्या आपने माईक्रो गद्य लिखा और लोगों ने उसे कविता समझ कर बधाई दी.
(:D)
७६. इंक ब्लॉगिंग की.
७७.अपनी टिप्पणी में अपना यू आर एल लिख छोड़ा ताकि लोग क्लिक करके आयें.
७८. टिप्पणी में वर्तनी दोष सुधारने के लिए फिर से टिप्पणी की.
७९. आपके नाम से कोई और टिप्पणी कर गया.
८०. आपके नाम से कोई और टिप्पणी कर गया और आप इस पर पोस्ट लिखने की बजाय हर तरफ स्पष्टीकरण देते घूमे.
८१. अपनी प्रोफाईल में अपनी जगह दूसरे की तस्वीर चैंप दी.
८२. अपनी हर पोस्ट के शीर्षक के साथ डेश लगाकर अपना नाम लिखा.
८३. अपनी पोस्ट में अपना ही मजाक उड़ाया.
(इसी पोस्ट में उडा रहे हैं..)
८४. ’तू मेरी पीठ खुजा, मैं तेरी’ को ब्रह्म वाक्य मान कर ब्लॉगिंग की.
(राज को राज रहने दो..;))
८५. एड सेन्स लगाकर हिन्दी ब्लॉग पर कमा लेने का भ्रम पाला.
८६. आये दिन एड सेन्स खाता चैक किया कि कितने पैसे जमा हो गये.
८७. एड सेन्स खाते का बैलेन्स जीरो होने के बावजूद भी एड सेन्स के हिन्दी में बन्द होने पर उदास हुए.
८८. नम्बर ८७ के उदासी के आलम में पोस्ट लिखी.
८९. ब्लॉग पर स्टेट काऊन्टर लगाया.
९०. दिन में तीन बार स्टेट काऊन्टर पर आवा जाही चेक की.
९२. शतकीय पोस्ट की सूचना पोस्ट लिखी.
९३. स्टेट काऊन्टर के १०००० या २०००० पार करने की सूचना पोस्ट लिखी.
९४. स्टेट काऊन्टर को मेन्यूलि बढ़ा कर लगाया.
९५. अपने ब्लॉग पर आवाजाही का ग्राफ बना कर पोस्ट कर गौरवान्वित महसूस किया.
९६. पत्नि का ब्लॉग बनवाया.
(NOT APPLICABLE FOR ME.. ;))
९७. पत्नि के नाम से खुद ही पोस्ट लिख कर डाल दी.
(NOT APPLICABLE FOR ME.. ;))
९८. अपनी हर पोस्ट पर पत्नि का और उसकी हर पोस्ट पर अपना कमेंट डाला.
(NOT APPLICABLE FOR ME.. ;))
९९. अपना ब्लॉग डिलिट किया.
(लगता है इसे ही करना होगा.. :))
वाह.. मेरे तो ५८ अंक आये इसमें..
============================================
और ये रहा अमित गुप्ता जी कि लिस्ट..
1. अपना ब्लॉग आरंभ किया
2. तारों की छांव में नींद ली
3. संगीत बैन्ड में कोई वाद्य यंत्र बजाया
4. अमेरिका के हवाई द्वीपों की सैर करी
5. उल्का वर्षा देखी
6. औकात से अधिक दान दिया
7. डिज़नीलैन्ड की सैर करी
(गाँव के मेले वाली.. :D)
8. पर्वत पर चढ़ाई करी
9. प्रेयिंग मैन्टिस (praying mantis) कीड़े को हाथ में पकड़ा
10. सोलो गाना गाया
(डेली गाते हैं जी.. नहाते समय.. ;))
11. बंजी जंप करी
12. पेरिस गए
13. समुद्र में बिजली का तूफ़ान देखा
14. कोई कला शुरुआत से अपने आप सीखी
15. किसी बच्चे को गोद (adopt) लिया
16. फूड प्वॉयज़निंग झेली
17. कुतुब मीनार को देखा
18. अपने लिए सब्ज़ी उगाई
19. फ्रांस में मोनालिसा देखी
20. रात के सफ़र में ट्रेन में नींद ली
21. तकिए द्वारा लड़ाई की
22. सड़क पर किसी अंजान व्यक्ति से लिफ़्ट ली
23. स्वस्थ होते हुए भी ऑफिस से बीमारी के लिए छुट्टी ली
(यही तो राम बाण है.. :))
24. बर्फ़ का किला बनाया
25. मेमने को गोद में उठाया
26. बिना किसी वस्त्र के नग्न ही पानी में उतरे (तरण ताल, नदी, तालाब, समुद्र अथवा बाथ टब इत्यादि में)
27. मैराथन रेस में दौड़ लगाई
28. वेनिस में गोन्डोला (एक तरह की नाव) में सवारी करी
29. पूर्ण ग्रहण देखा
30. सूर्योदय अथवा सूर्यास्त देखा
31. होम रन मारा (बेसबॉल में)
32. समुद्र पर्यटन (cruise) पर गए
33. नियाग्रा फॉल्स स्वयं देखा
34. पूर्वजों की जन्मभूमि देखने गए
35. किसी कबीले के रहन सहन को नज़दीक से देखा
36. अपने आप एक नई भाषा स्वयं सीखी
(कम्प्युटर भाषा सीखी है जी ;))
37. इतना धन अर्जित किया कि पूर्णतया संतुष्ट हुए
(ये तो कभी न होगा.. :()
38. पिसा की झुकती मीनार (Leaning Tower) देखी
39. रॉक क्लाइम्बिंग करी
(छोटा वाला किया ;))
40. माइकलेन्जलो द्वारा कृत पुरातन इज़राइल के राजा डेविड की मूरत देखी
41. कैरीओकी (karaoke) गाया
(और इस कारण मम्मी से डांट भी खूब खाया)
42. वायोमिंग के येलोस्टोन नेशनल पार्क में मौजूद ओल्ड फेथफुल गीज़र को भभक कर उठते देखा
43. किसी अंजान को रेस्तरां में खाना खिलाया
44. अफ़्रीका गए
45. चांदनी रात में समुद्र तट पर सैर करी
46. एम्बुलेन्स में ले जाया गया
47. अपनी तस्वीर बनवाई (फोटो नहीं)
48. गहरे समुद्र में मछली पकड़ने गए
49. वैटिकन में सिस्टीन चेपल देखा
50. पेरिस में ऐफिल टॉवर के शीर्ष से नज़ारा किया
51. स्कूबा डाईविंग अथवा स्नॉर्कलिंग करी
52. बरसात में चुंबन लिया/दिया
(ये हम ना बताएँगे :P)
53. मिट्टी में खेले
54. ड्राईव-इन सिनेमा देखा
55. किसी फिल्म में नज़र आए
56. चीन की बड़ी दीवार देखी
57. अपना व्यवसाय आरंभ किया
58. मार्शल आर्ट की क्लास में भाग लिया
59. रूस गए
60. लंगर/भंडारे में लोगों को खाना परोसा
61. ब्वॉय स्कॉऊट पॉपकार्न अथवा गर्ल स्कॉऊट कुकीज़ बेची
62. समुद्र में व्हेल देखने गए
63. खामखा बिना वजह किसी ने फूल दिए
64. रक्त दान किया
65. स्काई डाईविंग करी
66. नाज़ी कॉन्सनट्रेशन कैम्प देखा
67. खुद का दिया बैंक चैक बाऊंस हुआ
68. हैलीकॉप्टर में सवारी करी
69. बचपन के किसी मनपसंद खिलौने को बचा के रखा
70. राज घाट पर गांधी समाधि देखी
71. कैवियार (मछली के अंडों का अचार) खाया
72. रजाई का कवर सिला
73. चांदनी चौक गए
74. घने जंगल में सैर की
75. नौकरी से निकाले गए
76. लंदन के बकिंघम महल में पहरेदारों की बदली देखी
77. हड्डी टूटी
(अजी ऐसी टूटी कि हिंदी ब्लौगजगत में सभी को पता चला, अभी भी पट्टी बांध कर पोस्ट लिख रहे हैं..)
78. तेज़ रफ़्तार मोटरसाइकल की सवारी करी
79. अमेरिका में ग्रैन्ड कैनयन देखी
80. अपनी किताब छपवाई
81. वैटिकन गए
82. नई नवेली गाड़ी खरीदी
83. जेरूसलम की सैर करी
84. अखबार में फोटो छपी
85. नव वर्ष की पूर्व संध्या की मध्यरात्रि किसी अंजान का चुंबन लिया
86. राष्ट्रपति भवन की सैर करी
87. किसी जानवर का शिकार कर खाया
88. चिकन पॉक्स झेला
89. किसी की जान बचाई
90. जज अथवा जूरी बन निर्णय सुनाया (किसी प्रतियोगिता में या न्यायालय में)
91. किसी प्रसिद्ध व्यक्ति से मुलाकात करी
92. बुक क्लब की सदस्यता ली
93. किसी अज़ीज़ को खोया
94. शिशु को जन्म दिया
(इसके लिए अगला जन्म लेना होगा ;))
95. जॉन वेन की फिल्म “द अलामो” देखी
96. अमेरिका के ग्रेट सॉल्ट लेक में तैराकी करी
97. किसी कानूनी मुकदमे में शरीक हुए/रहे
98. सेल फोन के मालिक हैं/रहे
99. मधुमक्खी ने डंक मारा
इसमे बस ४४.. :(
के बात ह, भाया. डबल 99. :)
ReplyDeleteनमस्ते!
ReplyDeleteइस पोस्ट के लिये बहुत आभार....
एक श्वेत श्याम सपना । जिंदगी के भाग दौड़ से बहुत दूर । जीवन के अन्तिम छोर पर । रंगीन का निशान तक नही । उस श्वेत श्याम ने मेरी जिंदगी बदल दी । रंगीन सपने ....अब अच्छे नही लगते । सादगी ही ठीक है ।
उत्तर है बेबाक ये सच्चा लगा बयान।
ReplyDeleteयही चक्र चलता रहे रचना करें महान।।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com
बहुत बढिया/ आखिर खुद के साथ साथ अमित को भी पास करवा ही दिया.:)
ReplyDeleteरामराम.
जिस परचे में ५८ आये वो ही परीक्षा लिखना ठीक रहेगा. :)
ReplyDeleteमस्त रहे जबाब!!
aish hai beta tumhari to :)
ReplyDeleteसमीर जी से सिर्फ़ इस बात की सहमति है जवाब मस्त रहे, पढ़कर हंसी आई! :)
ReplyDeleteबाकी तो बात यह है कि आसान पर्चे तो हर कोई कर लेता है, मुश्किल वाले करो तो ही तो बिरादरी में नाम होगा!! इसलिए हमारे वाला पर्चा बढ़िया है! ही ही ही!! :D
@अनिल कांत जी
ReplyDeleteऐश इन बाबू साहब की कैसे हो सकती है, वो तो अब बच्चन जूनियर की हो गई है! ;)
जवाब बढ़िया बनाए भाई :)
ReplyDeleteना ना ना, ये सूचियाँ नहीं पढ़ी जातीं!
ReplyDeleteनिन्यानबे का फेर बड़ा संक्रामक है! :)
ReplyDeleteअपनी समझ से बाहर की चीज है :)
ReplyDeleteलगे हाथ मेरिट लिस्ट भी बना देते।
ReplyDeleteएक के साथ एक फ़्री। दो-दो लिस्ट!
ReplyDeletehmmm....the most excellent post:)
ReplyDeletebahut bada post hai :P par mast hai,har cheez mein apne liye uttar bhi soch rahe they...mera to kaafi kam bold hoga kyonki abhi anubhavkam hai...
ReplyDeleteइसे कहते हैं सोने पर सुहागा....बहुत जोर की पोस्ट...वाह.
ReplyDeleteनीरज
बहुत इमानदारी से लिस्ट बनाई है PD भाई..
ReplyDelete