आज मैं लेकर आया हूं आपलोगों के सामने एक कामिक्स.. जिसका नाम है "प्रतिशोध की ज्वाला".. इसे डाउनलोड करने और इसके बारे विस्तारपूर्वक जानने के लिये आप "हम बड़े नहीं होंगे, कॉमिक्स-जिंदाबाद" नामक ब्लौग पर जायें..
प्रतिशोध की ज्वाला
हर पीढी का अपना एक नायक होता है.. जैसे मुझसे 10-15 साल पहले वाली पीढी के लोगों के लिये वेताल और मैंड्रेक नायक हुआ करते थे.. उस समय भारत में इंद्रजाल कामिक्स का प्रभुत्व हुआ करता था.. सो उस पीढी के नायक भी उसी प्रकाशन से छपने वाली कामिक्स की हुआ करती थी.. ठीक वैसे ही मेरी पीढी के लिये नायक ध्रुव और नागराज जैसे हीरोज हैं.. जब पढना अच्छे से सीख गया था उसी समय ये सभी नायक राज कामिक्स नामक प्रकाशन से छपना शुरू हुये थे जो अभी तक प्रकाशित हो रहे हैं.. आगे पढने के लिये आप इस ब्लौग पर जायें..
आज मैं लेकर आया हूं आपलोगों के सामने एक कामिक्स.. जिसका नाम है "प्रतिशोध की ज्वाला".. इसे डाउनलोड करने और इसके बारे विस्तारपूर्वक जानने के लिये आप "हम बड़े नहीं होंगे, कॉमिक्स-जिंदाबाद" नामक ब्लौग पर जायें..
आज मैं लेकर आया हूं आपलोगों के सामने एक कामिक्स.. जिसका नाम है "प्रतिशोध की ज्वाला".. इसे डाउनलोड करने और इसके बारे विस्तारपूर्वक जानने के लिये आप "हम बड़े नहीं होंगे, कॉमिक्स-जिंदाबाद" नामक ब्लौग पर जायें..
mast hai....मुझे बांकेलाल और क्रुकबांड को पढ़ना अच्छा लगता था। नागराज, ध्रुव, भोकाल, परमाणु.. राज कामिक्स, अमर कामिक्स, डायमंड कामिक्स .. खूब पढ़ता था
ReplyDeleteबहुत खूब.
ReplyDeleteजवाब नहीं आपका.
धन्यवाद् इन लिंक के लिए.
जमाये रहो जी!
ReplyDeletethanks for link...
ReplyDeleteहम भी इंद्रजाल कामिक्स पढ़ पढ़ के ही जवान हुए हैं...फेंटम की कथाएँ जबानी याद हैं अभी तक...अच्छा लिंक दिया है आपने.
ReplyDeleteनीरज
अभी तक मेरे ब्लॉग पर १८१ हिट्स हो चुके हैं और आज वाले पोस्ट पर ५६..
ReplyDelete५ कमेंट्स भी आ चुके हैं.. मगर एक मजेदार बात आप लोगों को बताता हूँ की अभी तक बस एक ने वो कामिक्स डाउनलोड किया है.. :)
वैसे आपलोगों का धन्यवाद जो आपने इसे पढा..
shukriya....intzaar rahega.......
ReplyDeleteगुरू,
ReplyDeleteतुम जियो हजारों साल !!!
क्या दिन याद दिला दिये हैं ।
आवाज की तबाही, चुम्बा का चक्रव्यूह, प्रतिशोध की ज्वाला, सामरी की ज्वाला, मौत का ओलम्पिक, मैने मारा ध्रुव को, हत्यारा कौन आदि आदि ।
फ़िर नागराज, डोगा, राम रहीम औरा ड्राक्युला सीरीज, चाचा चौधरी, फ़ाईटर टोड्स, परमाणु सभी मन लगा के पढी हैं ।
अब ये बताओ कि ये .cbr फ़ाईल खुलेगी कैसे ?????
बहुत खुब, धन्यवाद
ReplyDeleteबढि़या
ReplyDeleteप्रशांत भाई.. हमने ही वो कॉमिक्स डाउनलोड किया है.. अजी शीर्षक पढ़ते ही समझ गया था ये अपनी वाली कॉमिक्स है.. बहुत बहुत शुक्रिया इस लिंक के लिए..
ReplyDeleteनीरज रोहिल्ला जी.. आपने जहाँ से ये कामिक डाउनलोड किया है वहीँ मैंने इसे पढने के लिए प्रयोग में लाये जाने वाले साफ्टवेयर की चर्चा भी की है..
ReplyDeleteअब जल्दी से वो साफ्टवेयर डाउनलोड कीजिये और कामिक्स का लुत्फ़ उठाये.. :)
wah bhaiyya!! aapka ye roop bhi dekh liya!
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