Tuesday, July 22, 2008

ट्रेकिंग का जोश (पार्ट 1)

एक दिन अचानक से मेरे सभी दोस्तों को ट्रेकिंग का भूत सवार हो गया, एक मित्र से चेन्नई ट्रेकिंग क्लब का अता-पता मिला और सभी हो गये तैयार ट्रेकिंग के लिये.. आनन-फानन में हमने ट्रेकिंग के जरूरत की सभी चीजें नेट पर आर्डर कर डाली.. जैसे ट्रेकिंग बैग और स्लीपिंग बैग.. पहले तो मैं सोच रहा था की जब अगले महिने घर जाऊंगा तब घर में रखा हुआ स्लीपिंग बैग लेता आऊंगा, मगर उसका समय नहीं मिला.. फिर हमने सर्च किया कि आने वाले हफ्तों में किस जगह चेन्नई ट्रेकिंग क्लब, ट्रेकिंग के लिये जा रही है..

सबसे पहले कर्नाटक में सिमोगा से कुछ दूरी पर स्थित डब्बे फॉल जाने का प्रोग्राम बना मगर जैसे-जैसे समय नजदीक आता गया वैसे ही एक दिन एक मेल अपने मेल बक्से में देखा की वो ट्रिप कैंसिल हो गया है.. फिर मेरी मित्र ने हमें बताया कि एक नये जगह, "ईस्टर्न घाट" जो कि आन्ध्र प्रदेश में है, जाने का प्रोग्राम बन रहा है.. ये जगह चेन्नई से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर है.. हम पांच कालेज के मित्रों ने इसके लिये पंजीकरण करवाया जिसमें से मेरे एक मित्र का पंजीकरण किसी कारण से रद्द कर दिया गया..

ट्रेकिंग वाले जगह का गूगल अर्थ से लिया हुआ चित्र 1
हम सभी ने लगभग एक साथ ही अपने सामानों का आर्डर दिया था और वो किसी भी हालत में हम सभी को शुक्रवार दोपहर तक मिल जाने थे.. शुक्रवार को हम सभी का सामान नहीं आया था और हम सोच में थे की ट्रिप को रद्द कर दिया जाये या फिर जारी रखा जाये.. मगर ठीक समय पर हमें हमारा सामान मिल गया और फिर से हम सभी ने अपनी तैयारी शुरू कर दी..

ट्रेकिंग वाले जगह का गूगल अर्थ से लिया हुआ चित्र 2
हर किसी को ट्रेकिंग क्लब की तरफ से कुछ काम सौंपा गया था, जिसमें मेरे हिस्से का काम था सभी को सही समय पर नियत जगह पर बुलाना.. विकास और मेरी मित्र का काम था कुछ खाने पीने का सामन खरीद कर लाना और शिवेंद्र का काम था वहां खाना बनाना.. उससे एक दिन पहले मेरे एक मित्र अफ़रोज़ का जन्मदिन भी था और हम सभी को पता था की इस साप्ताहांत पर कोई भी घर पर नहीं रहेगा सो शुक्रवार की शाम को ही हम सभी ने उसके लिये केक पार्टी का भी इंतजाम कर रखा था.. मैं ऑफिस से घर लगभग 7.30 के आस-पास पहूंचा और उसके बाद तो बिलकुल अस्त-व्यस्त और भागम-भाग जैसी स्थिती बनी हुई थी.. बाद में पता चला की मेरी स्थिती फिर भी अच्छी थी.. विकास और मेरी मित्र तो दोपहर से ही उसी भागम-भाग से परेशान थे..

ट्रेकिंग वाले जगह का गूगल अर्थ से लिया हुआ चित्र 3
(क्रमशः...)

9 comments:

  1. वाह, नेट पर भी लोग ट्रेकिंग के लिये मिलकर ग्रुप बना सकते हैं। मेरे लिये नयी जानकारी।

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  2. बड़िया है जी .. जारी रखिये..
    हम इंतजार कर रहे हैं.

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  3. treaking karke aaiye...agli post ka intzar rahega.

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  4. रोचक है ट्रेकिंग के आपके अनुभवों को पढ़ना। जारी रखें।

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  5. खुद के खींचे फोटू लगाओ भाइ..इन्तजार लगा है.

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  6. Ji sir,..
    kal apni photo lagate hain.. :)

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  7. suna aapne sameer ji ne kya kaha .....khud ke kheenche photo lagavaiye,agli bar koi badhiya si dress pahan kar jaiye....

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  8. bhaiyya main dheere dheere padh rahi hoon. bahut hai aur :( kya mast beginning hai..

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  9. main khud bhi trekker hoon aur hamara khud ka ek chota group hai.hamari trekking ka field garhwal haimalayas aur himachal hai.jaankar achcha laga ki yaha bhi kuch apne bhai-bande baithe hai....

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