Friday, July 03, 2009

लाईफ, जैसे कोई चैट बॉक्स


आज से लगभग एक साल पहले का यह चैट हिस्ट्री आप लोगों के सामने रख रहा हूं.. जिससे आप यह समझ सकेंगे कि ऑफिस में खाली समय में या फिर थोड़ी देर के ब्रेक में हम(मैं और मेरा मित्र शिवेन्द्र) कैसे टाईम पास करते हैं.. ;)

प्रशान्त - क्या रे..
प्रशान्त - जिंदा है अभी तक??

शिवेन्द्र - हां यार..
शिवेन्द्र - :-)

प्रशान्त - काहे जिंदा है?? किसके लिये?? जाओ डूब मरो चुल्लू भर पानी में..
प्रशान्त - ;)

शिवेन्द्र - क्यों?

प्रशान्त - ये जीना भी क्या जीना है?? साला बाबू टाईप नौकरी हो गया है..
प्रशान्त - इससे अच्छा तो डूब मरना ही है..

शिवेन्द्र - बाबू टाईप नौकरी हो गया है! मतलब?
शिवेन्द्र - ???
शिवेन्द्र - ?????
शिवेन्द्र - अबे कुछ लिखेगा बे? घास चरने चला गया है क्या?

प्रशान्त - अरे सचिवालय में बाबू का नौकरी क्या होता है?? बिलकुल मोनोटोनस..
प्रशान्त - वैस ही हो गया है..

शिवेन्द्र - ओह.. हां रे
शिवेन्द्र - :-(

प्रशान्त - डेली अपना अकाऊंट चेक करता हूं.. कहीं से कोई पैसा भी नहीं भेजता है..

शिवेन्द्र - बट क्या करें? कोई और ऑप्सन भी नहीं है..

प्रशान्त - :(
प्रशान्त - कहां है रे चुल्लू भर पानी.. कहीं दिखे तो मेरे लिये भी बचा कर रखना..

शिवेन्द्र - मुझे भी कोई पैसा नहीं भेजता है..

प्रशान्त - रुक जा.. मैं तुझे 1 रूपया ट्रांस्फर करता हूं.. तू मुझे कर..
प्रशान्त - ;)

शिवेन्द्र - गुड, जल्दी से कर
शिवेन्द्र - साला कम से कम 1 रूपया तो बढ़े

प्रशान्त - कर दिये..
प्रशान्त - :)

शिवेन्द्र - रूक चेक करने दे

प्रशान्त - मेरा 1 रूपया कम हो गया.. :(

शिवेन्द्र - :-)

प्रशान्त - मिला??

शिवेन्द्र - रूक

प्रशान्त - कितना टाईम लगाता है बे?

शिवेन्द्र - यस आ गया
शिवेन्द्र - :D

प्रशान्त - :)
प्रशान्त - अब तेरी बारी.. तू भेज..

शिवेन्द्र - नहीं भेजूंगा... :P

प्रशान्त - भेज साले..
शिवेन्द्र - मेरा 1 रूपया कम हो जायेगा

प्रशान्त - अभी बढ़ा है ना.. तो भेजो..
प्रशान्त - नहीं तो 1 रूपया बढ़ने पर पार्टी मांग लूंगा..

शिवेन्द्र - नहीं
शिवेन्द्र - नो पार्टी प्लीज
शिवेन्द्र - :-(

प्रशान्त - तो भेजो..
प्रशान्त - :)

शिवेन्द्र - ओके.. भेजते हैं
शिवेन्द्र - :-(

प्रशान्त - गुड.. :D

शिवेन्द्र - मिला?

प्रशान्त - वेट प्लीज.

शिवेन्द्र - मिला क्या
शिवेन्द्र - ???
शिवेन्द्र - ???????

प्रशान्त - वेट फॉर अ मिनट.
प्रशान्त - नहीं बढ़ा..
प्रशान्त - साला नहीं भेजा..
प्रशान्त - :(
प्रशान्त - कुत्ता..
प्रशान्त - गधा..

शिवेन्द्र - हा हा हा :-P

प्रशान्त - पार्टी दे..
प्रशान्त - नहीं तो एक काम करता हूं.. अपना घर वाला बही-खाता में 1 रूपया घटा दूंगा.. :P

शिवेन्द्र - नाउ चेक प्लीज

प्रशान्त - आ गया.. :D

शिवेन्द्र - गुड

प्रशान्त - साला 1 रूपये के लिये कितना रिसोर्स बरबाद किये हैं हम लोग.. ;)

शिवेन्द्र - हा हा हा.. सिर्फ कंप्यूटर + नेट + बैंड विड्थ..

प्रशान्त - :-)
प्रशान्त - चल अब बाबू वाला काम शुरू करें हम तुम..

शिवेन्द्र - ओके.. बी.एफ.एन.

प्रशान्त - बी.एफ.एन.

10 comments:

  1. देखा कि जीरो टिप्पणी हैं, तो सोचा कि इसका खाता ही खोल दूं.

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  2. हाँ सही है गुरु .... ओके बी.एफ.एन

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  3. @ Jaat bhai - अच्छा किया भाई.. वैसे यह पोस्ट इसी लायक है भी कि कोई ना टिपियाये.. ;) हा हा हा..

    @ Anil bhai - BFN :)

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  4. gazab vellapanthi hai offff!!!!

    :P :P :P :P

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  5. बोस को फॉरवर्ड कर रहा हूँ.के देखिये क्या गुल खिलता है आपके ऑफिस में....

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  6. ये चल रहा है दफ्तर में. :)

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  7. जाट ने शुरु किया.. मैं लेट हो गया..

    १ रुपये के नुकसान पर बहुत दुख व्यक्त करतें है भाई..:(...:)

    वैसे ऑफिस में ये सब... अच्छा है मक्खी मारने से तो.. ज्यादा animal friendly है.. मेनका जी आपसे प्रसन्न हो..

    :)

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  8. हमें भी अपने दिन याद आ गए जब दोस्तों के साथ एक एक पैसे का हिसाब लिखकर डायरी में साइन कराए जाते थे !

    ये दिन बहुत सँजोकर रखने वाले हैं !

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  9. बोले तो झकास लाइफ जीने का। क्या?

    -Zakir Ali ‘Rajnish’
    { Secretary-TSALIIM & SBAI }

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