अरे दोस्तों अब आप ही बताईये कि मैं करूं तो क्या करूं? एक के बाद एक नहीं भी तो 100 ई-मेल मुझे मिल चुके हैं.. अब एक दिन में 100 मेल मिले और उन्हें पढने का लोभ मैं संभाल ना पाऊं तो इसका मतलब है कम से कम 50 से 75 मिनट बस मैं उसे पढने में ही गंवा दूं.. खैर जब ऊपर वाले कि मेरा मतलब है उड़नतस्तरी जी की यही इच्छा है तो यही सही.. :)
ये पोस्ट मैंने बस यूं ही लिखा है, मस्ती में.. मुझे पता है कि समीर जी इस चुहलबाजी को तो समझ ही जायेंगे मगर मैं यह इसलिये स्पष्ट कर रहा हूं कि कोई और इसे गलत तरीके से ना ले.. समीर जी के किसी भी पोस्ट को उसके टिपण्णी समेत पढने पर और उस पर टिपियाने वाले नये नामों के प्रोफ़ाईल में जाकर उनके ब्लौग पर जाकर देखिये.. बस इतने भर से ही आपको पता चले जायेगा कि हिंदी चिट्ठों का संसार बस ब्लौगवाणी और चिट्ठाजगत तक ही सीमित नहीं है.. वो कहते हैं ना, सितारों से आगे जहां और भी है..
समीर जी का फोटू, उनके औरकुट प्रोफाईल से उड़ाई गई.. :)
समीर अंकिल के साथ जाम के साथ जाम टकराने और उन्हें दौडाने की बडी इच्छा है देखो कब पूरी होती हैं :-)
ReplyDeleteब्लागजगत का ऐसा नशा है कि पोस्ट करने का समय नहीं है लेकिन टिप्पणी लिख लिख कर ही काम चला रहे हैं । महीने बाद जब हम लिखना शुरू करेंगे तो पूरा हिसाब होगा :-)
तुम कब दौडना शुरू कर रहे हो ? कल ही हम एक दौड दौडे । ३.२ किमी १४ मिनट और २८ सेकेंडस में कुछ छोटे हिल्स के साथ । समतल पथ पर शायद ३.२ किमी १३:३० मिनट में पूरा हो जाये ।
ये देखो फ़ोटो जो हमने खींचे :-)
http://picasaweb.google.com/nrohilla/XC_Relay#
ये टिपण्णी, ना आये तो सताती है खलिश दिल को,ये जो आये तो खलिश और जवां होती है।
ReplyDeleteसमीर लाल और टिप्पणी शीर्षक से युक्त कोई ब्लॉग पोस्ट हो, खूब चलेगी! :-)
ReplyDeleteज्ञान जी, मैं आपकी बात से सहमत हूं कि ये पोस्ट खूब चलेगी.. मगर बस समीर जी का नाम ही काफी नहीं है किसी पोस्ट को चलाने के लिये.. मैंने कई पोस्टों को जो समीर जी के नाम से थे दम तोड़ते देखा हूं..
ReplyDeleteइस नवम्बर में हिंदी चिट्ठाकारीता करते हुये मुझे भी 2 साल हो जायेंगे, और कम से कम मैं इतना तो समझ ही गया हूं कि अगर कोई चाहे तो पोस्ट हिट कैसे कराते हैं..:)
एक तरीका नये ब्लौगरों को बताते जाता हूं.. कुछ ढंग का लगातार लिखते रहें और खुद ही ब्लौगवाणी पर चटखें लगा कर अपने हर पोस्ट को 80-90 पार पहूंचा दें.. बस 10 पोस्ट तक ऐसा ही करें फिर देखिये आपका हर पोस्ट खुद ब खुद 50 का आंकड़ा तो पार कर ही लेगा.. :) मगर एक बार फिर, कुछ ढंग का बराबर लिखना सबसे जरूरी है..
संभलकर अगली बार लिखियेगा
ReplyDeleteसमीर जी की पोस्ट पर टिप्पणी्यों का सैकडा़ लगता है..
ReplyDeleteसही कहा " समीर जी के किसी भी पोस्ट को उसके टिपण्णी समेत पढने पर और उस पर टिपियाने वाले नये नामों के प्रोफ़ाईल में जाकर उनके ब्लौग पर जाकर देखिये".. एक दिन में संभव नहीं..
मुझे नहीं लगता कि समीर जी के नाम से कोई आलेख हिट हो जाए। हिट के लिए पोस्ट में दम चाहिए।
ReplyDeleteअरे महाराज!! ये कैसा अह्वाहन?? दुकान सिमटवाओगे के क्या भई मेरी. :)
ReplyDeleteदिनेश जी सही कह रहे हैं. नाम से क्या हिट होगी..वो भी हमारे नाम से..मल्लिका वगैरह की बात हो तो फिर भी मान लें. पोस्ट में दम जरुरी है भई!!
अरे गुरुजी (समीरजी) क्या कर रहे हो आप ? आज कल कुछ गड़ बड़ तो नही है ?
ReplyDeleteअभी आपकी दूकान पर करीना पुराण पढ़ कर आए हैं और अभी यहाँ
आप इनको मल्लिका की सलाह दे रहे हैं ! लगता है भूतनाथ को आपके
पीछे जासूसी के लिए छोड़ना ही पडेगा ! :-)
समीर लाल जी का नाम पढ़कर आपके ब्लॉग पर पहुँच ही गए भाई |
ReplyDeleteसमीर (लाल) माने समीरा (रेड्डी) ;)
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