Sunday, September 28, 2008

रोमांटिक होकर ब्लौग लिखना और टिपियाना

जरा भविष्य में झांकते हुये कल्पना किजिये, प्रशान्त कि शादी हो चुकी है और वो बहुत ही रोमांटिक मूड में बैठा अपनी बीबी से बातें कर रहा होता है.. उनकी बीबी भी बहुत ही रोमांटिक मूड में थी.. अचानक.. जी हां.. अचानक प्रशान्त उठते हैं और अपने कंप्यूटर ऑन कर कोई रोमांटिक सा कोई पोस्ट या फिर कविता लिख डालते हैं.. और उधर उनकी बीबी बेचारी गुस्से से लाल-पीली होती रहती है..

1-2 दिन पहले कुछ ऐसा ही मजाक किया मेरी भाभी ने.. वो तो बस बोल कर चुप हो गई.. मजे लेने लगी.. मगर तभी मैंने उन्हें आगे का दॄष्य दिखाया.. मैंने कहा -

अब प्रशान्त अपना ब्लौग पोस्ट करके वापस आ गये और फिर से रोमांटिक माहौल बनाने लगे.. जब माहौल पूरी तरह से रोमांटिक हो चुका था तभी उसकी बीबी उठी और बोली अभी आती हूं.. वो भी कंप्यूटर ऑन की और पोस्ट पढकर उसपर टिपियाने लगी.. और हो गया पूरे रोमांटिक माहौल का पूरी तरह से कबाड़ा.. :)

और ये सुन कर भाभी खुश होकर हंसने लगी.. भाभी होती ही ऐसी हैं.. देवर के रोमांटिक माहौल का कबाड़ा सुनकर कितना खुश होती हैं.. :)

14 comments:

  1. हा हा हा :)
    वाकई रोमांटिक... लगे रहो.

    ReplyDelete
  2. essa bhi hota rahta hai....priwaar mai

    ReplyDelete
  3. हम घर में सब से बड़े तो, कोई भाभी थी ही नहीं। नहीं जानते कि भाभियाँ कैसी होती हैं?

    ReplyDelete
  4. बहुत रोमांटिक..

    ReplyDelete
  5. इसके बाद घर वाले एक पोस्ट लिखते हैं। आधी प्रशान्त के समर्थन में आधी उनकी पत्नी के समर्थन में और दोनों के कहते हैं आओ टिपियाओ बारी-बारी से।

    ReplyDelete
  6. आपकी पोस्ट जितनी अच्छी लगी उतनी ही अच्छी लगी अनुप जी की टिप्पणी ।और क्या कहे बाकी प्रशांत और उनके भाभी के बीच का मामला है!

    ReplyDelete
  7. आपकी छोटी सी दुनि‍या में हँसता-खेलता घर परि‍वार मि‍लता है, यहॉं आता हूँ, चाय पीता हूँ(अपने घर में)और हॅसता हुआ चला जाता हूँ(आपके ब्‍लॉग से)।

    ReplyDelete
  8. :) बहुत बढ़िया पोस्ट ..और उस पर अनूप जी की टिप्पणी :)बहुत रोमांटिक है दोनों ही :)

    ReplyDelete
  9. अनूप जी और रंजना दीदी, मुझे बस यह बता दिजिये कि घर वालों को कैसे पता चलेगा कि रात भर हमारे बीच झगड़ा हुआ या नहीं? :)

    ReplyDelete
  10. जितेन्द्र जी, चलिये जानकर अच्छा लगा कि आप यहां आकर खुश होकर हंसते-खेलते आते-जाते हैं.. :)

    ReplyDelete
  11. दिनेश सर जी, आप सबसे बड़े थे तो चाची जी(आपकी धर्मपत्नी जी) भी तो सबकी भाभी रही होंगी.. उनसे पूछ लिजियेगा.. :D

    ReplyDelete
  12. हा हा!! घर वालों की पोस्ट ही मजेदार रहेगी. :)

    ReplyDelete
  13. हा..हा...हा....कल्पना मजेदार है।
    हमसे मिले तुम सनम तुमसे मिले हम ...ब्लाग में....

    ReplyDelete
  14. घर वाले समझदार होते हैं।इन दौरों से गुजर चुके होते हैं। या तो चेहरे लटके होंगे या फ़िर दोनों एक-दूसरे के साथ बेवजह चहक रहे होंगे। उसी से झगड़े की पोल खुलेगी।

    ReplyDelete