क्या आपने मेरा ढोल देखा है? क्या कहा, नहीं देखा है? तो आज देख लें, बाद में ये मत कहें कि केशू ने अपना ढोल भी नहीं दिखाया.. अभी देखने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको मैं फ्री में बजा कर भी सुना रहा हूं..
बाथे नरसंहार के ठीक बादजिस रात यह घटना घटी उससे एक दिन बाद ही मुझे PMCH के इमरजेंसी वार्ड में एक डाक्टर से मिलना तय हुआ था. सोलह-सत्रह साल की उम्र थी मेरी. सुबह जब PMCH के ल…Read More
डिस्क ब्रेकवो जमाना था जब डिस्क ब्रेक नाम की चीज नई हुआ करती थी. उसी ज़माने में हमारे एक मित्र ने सेकेण्ड हैण्ड CBZ खरीदी दिल्ली जाकर. पटना में शायद सेकेण्ड हैण्ड…Read More
कहाँ जाईयेगा सsर? - भाग ३दिनांक २३-११-२०११
सबसे पहले - मैंने गिने-चुने लोगों को ही बताया था कि मैं घर, पटना जा रहा हूँ.. घर वालों के लिए पूरी तरह सरप्राईज विजिट.. अब आगे -
…Read More
बयार परिवर्तन कीबिहार की राजनीति में रैलियों का हमेशा से महत्व रहा है और अधिकांश रैलियों में सत्ता+पैसा का घिनौना नाच एवं गरीबी का मजाक भी होता रहा. इस बार आया "परिवर…Read More
लगता है केशू सांसद या विधायक बनेगा और उसकी हर बात सुनी जायेगी।स्टाईल तो देखिये आ हा हा हा।टेबल पीटने की प्रेक्टिस अभी से कर रहा है।वैसे नीरज जी की भी फ़रमाईश बुरी नही है।
सचमुच लग रहा है घर पर हो।
ReplyDeleteरक्षाबंधन पर हार्दिक शुभकामनाएँ!
विश्व-भ्रातृत्व विजयी हो!
जी.. फिलहाल फुल मस्ती ही है.. :)
ReplyDeleteरक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनायें आपको भी..
Keshu ke haatho agar PD ke sir pe dhol bajta to dekhne mein aur bhi aanand aata, ;-)
ReplyDeleteहाहाहा, बहुत बढिया!
ReplyDeleteघुघूती बासूती
बहुत मस्त..
ReplyDeleteएक ढोल आदि के लिये भी लाना पडे़गा..
भाई मस्त मस्त. सुबह सुबह मज़ा आ गया.
ReplyDeleteमस्त चकाचक भाई. रक्षाबंधन की शुभकामनाएं.
ReplyDeleteरामराम.
मस्त है जी।
ReplyDeleteवाह वाह एक दम मस्त ढोल शुभकामनायें
ReplyDeleteढोल है मजेदार और उसे पीटा भी जम कर है।
ReplyDeleteकहां से मिलेगा यह ढोल - हमें भी खरीदना है! :)
bahut shhandaar dhol.
ReplyDelete-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
बच्चे की निजता का उल्लंघन ?
ReplyDeleteकेशु को ढोल बजाता देख हमने भी ताली बजाई थी कल ही, जाने कहाँ गई. :)
ReplyDeleteमस्त!!
लगता है केशू सांसद या विधायक बनेगा और उसकी हर बात सुनी जायेगी।स्टाईल तो देखिये आ हा हा हा।टेबल पीटने की प्रेक्टिस अभी से कर रहा है।वैसे नीरज जी की भी फ़रमाईश बुरी नही है।
ReplyDelete@ नीरज जी & अनिल जी - केशू से यह आग्रह तो हम भी करते हैं, मगर वह मानता ही नहीं है..
ReplyDelete@ ज्ञान जी - ऐसे ढोल के लिये तो आपको पटना आना होगा..
@ रंजन जी - आदि के लिये ढोल मिला या नहीं मिला?