देखो, देखो ये मेरा ढ़ोल
डैडी लाये मुझे बिन बोल
मैं बजाऊं ढम धम् ढम
देख इसे खुशी छाये हरदम
ये है मेरी रेल गाड़ी
बैठ घूमू मैं दुनिया सारी
लाल रंग की गेंद है मेरी
पास में रखी हुई एक लॉरी
चाभी से यह चलती है
कभी शोर ना करती है
डैडी का लैपटॉप है मेरा तबला
हैप्पी बड्डे केशू, हुआ ये हल्ला
एक बात तो आपको बताना ही भूल गया.. डैडी बर्थडे गिफ्ट में मेरे लिये नया वाला ढोल लाकर दिये हैं, जिसे मैंने बर्थडे से पहले ही निकाल कर बजाना शुरू कर दिया है.. उसे बजाने में मैं बिलकुल खो जाता हूं.. एक बार जब मैं ढोल बजाने में खोया हुआ था तभी डैडी मेरा फोटो ले लिये.. देखिये इसमें..
डैडी एक विडियो भी लिये थे जिसे आप पहले ही यहां देख चुके हैं.. क्या कहा? आप नहीं देख पाये थे? तो इस लिंक पर जाकर देख लिजिये..
चलते-चलते इस लिंक को भी देखते जाईये.. आज से एक साल पहले मैं कैसा दिखता था.. मगर अब बिलकुल स्मार्ट और हैंडसम हो गया हूं..
लड्डु लाल को जन्म दिन की बधाईयां
ReplyDeleteऔर प्यार..
हैप्पी बलडे ..बिटवा...पापा से कहो..चाचू पूछ रहे हैं..दिल्ली कब आ रहे हो....
ReplyDeleteDHEL CHHAALI BADHAYI.
ReplyDeleteवैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाएं, राष्ट्र को प्रगति पथ पर ले जाएं।
जन्मदिन की बधाई पर नीचे वाली फोटो में आप रो क्यों रहे है यह बात समझ में नहीं आई ?
ReplyDelete@ समयचक्र अंकल - नहीं अंकल, मैं रो नहीं रहा हूं.. मैं तो खुशी से, पूरी तन्मयता से ढोल पीट रहा हूं.. ः)
ReplyDeleteजन्मदिन की बधाई बच्चे को!!
ReplyDeleteवाह जन्मदिन सुन्दर सुन्दर गीफ्ट। हमारी भी ढेरों शुभकामनाएं। प्यार और आर्शीवाद।
ReplyDeleteजन्मदिन पर टोकरी भर कर आशीष :-)बड़े प्यारे लग रहे हो.
ReplyDeleteकेशू को पहली वर्षगाँठ की बहुत बहुत बधाई!
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई केशू जी
ReplyDeleteबधाई हो छोटे उस्ताद
ReplyDeleteबहुत बधाई! साल भर पहले कपड़ों में लिपटाये हुये थे। आज हंसी बिखेरते! कितना फर्क आ गया है।
ReplyDeleteमैं तो मुग्ध हो रहा हूं प्यारे!
सबसे अच्छी बात तो यह है की मैं हमेशा ही हंसता रहता हूं.. बस भूख लगने पर ही रोता हूं.. :)
ReplyDeleteअरे लवली बुआ, मैं टोकरी उटाऊंगा कैसे? मैं तो अभी बहुत छोटा हूं ना.. :)
ReplyDeletejanm din par bahut sara aashish .....tum duniyan ko dhol sa bajao pyare
ReplyDeleteढेर सारी बधाईयाँ. मेरे ख्याल से ये दूसरा जन्मदिवस और पहली वर्षगांठ है.
ReplyDeleteजन्मदिन की बधाई
ReplyDeleteपता चल गया। ये लो थामो जन्मदिन की बधाई!
ReplyDeleteबधाई
ReplyDeleteजन्म दिन की बधाई हो
ReplyDeleteजुग जुग जियो।
ReplyDeleteवही बनो जो तुम हो।
(जे बात तुम नहीं छमझोगे, तुम्हारे बाप को अभी से चेता रहा हूँ।)
अपने बच्चे की भाषा ठीक कीजिए
ReplyDeleteअभी 1 साल का है, जिंदगी भर बिहारी टोन में बोलता रहेगा, किए थे, लिए थे भाषा का सही रूप नहीं।
मेरी बात पर गौर फरमाइगा जनाब
अनाम भाई, आपका कहना ठीक है कि यह सही हिंदी भाषा नहीं है.. मगर यहां हिंदी भाषा बोल कौन रहा है? इस भाषा को हम बिहारी भाषा का नाम देते हैं, जिसमें हिंदी, उर्दू, अंग्रेजी, भोजपुरी, मैथिली और मगही आपस में मिला जुला होता है.. जब हिंदी बोलने की बात आयेगी तब वह हिंदी भी सीख लेगा.. वैसे बिहारी भाषा में लिजियेगा-किजियेगा जैसे शब्द अधिक आदर के साथ उपयोग में लाया जाता है.. वैसे मेरा मानना है कि कोई भी व्यक्ति किसी भी भाषा को सीखता है घर में, मगर जब वह बड़ा होता है तो उसी भाषा को प्रयोग में लाता है जिसे वह आस पास के समाज में बोलता सुनता है.. सो बड़ा होने पर वह जिन मित्रों के संसर्ग में रहेगा वैसी ही भाषा बोलेगा..
ReplyDeleteवैसे मेरे एक सवाल का जवाब देने कि कॄपा करें.. कोई पंजाबी अपने पंजाबी टोन को नहीं छोड़ता है तो यह सही है.. कोई मराठी अपने मराठी टोन को नहीं छोड़ता है तो यह भी सही है.. कोई दिल्लीवासी दिल्ली में बोले जाने वाले टोन को नहीं छोड़ता है तो भी यह सही है.. तो भला किसी बिहारी से कोई क्यों यह उम्मीद करता है कि वह बिहारी बोली छोड़कर किसी अन्य की बोली अपनाये?
ReplyDeleteमुझे इस बात का गर्व है कि मैं 8 सालों से बिहार से बाहर रह रहा हूं मगर अभी तक मैं बिहारी भाषा और टोन नहीं छोड़ा हूं, साथ ही मैं अमेरिकन और ब्रिटिश एक्सेंट वाली अंग्रेजी भी उतने ही अधिकार से भी बोलता हूं..
pehalae badhaii aur phir
ReplyDeletehame to lagtaa thaa ki bachho ki hansi aur totli bhasha mae jo sukh hota haen usko paribhashit nahin kiya jaa saktaa phir anaam bandhu ko tone kaese pata lagii
Rachna
आप सभी अंकल-आंटियों के आशीर्वाद से मैंने अपने रेल गाड़ी के सारे डिब्बे भर लिये हैं.. क्या कहा? आपने मेरी रेल गाड़ी नहीं देखी है? ठीक है, आपको जल्द ही दिखाऊंगा.. :)
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