बयान एक -
मेरा नाम अदिति है. अब वो क्या है ना कि, जब भी मेरे प्रछांत मामू मेरे यहाँ आते हैं दिल्ली में तो ज्यादा टाईम मेरे साथ नहीं रहते हैं. बहुत थोड़े समय के लिए ही आते हैं. और उनको कितना भी समझाते हैं कि बालकनी के नीचे वाले पार्क में कोई डौगी नहीं है, लेकिन हमेशा वो डर कर मेरे साथ नीचे पार्क में नहीं जाते हैं. :(
अभी पता है क्या हुआ था? जनवरी में जब वो आये थे ना, तब वो रात में आये जब मैं सोयी हुई थी. मुझे ना..पापा-मम्मी ने बताया भी नहीं था की मामू आ रहे हैं, इसलिए मैं सो गई थी. सुबह-सुबह जब मैं जगी ना...तब मैंने जब उनका लाल वाला बैग देखा. मुझे तब सच्ची में लगा था कि मैं सपना देख रही हूँ. मैं दौड़ कर वापस अपने रूम में भाग गई और मम्मा को बोली कि "मम्मा, मैं सपना देख रही हूँ, आज मेरा एग्जाम है सो मुझे जल्दी से जगा देना." फिर ना...मम्मी बोली की नहीं बेटा, मामू सच में आये हैं. मैं दूसरे कमरे में देखी तो मामू सच में थे. सोये हुए! मुझे ना इतनी खुशी हुई, इतनी खुशी हुई...कि मत पूछो! लेकिन मैं स्कूल से आती उससे पहले ही मामू चले गए. :(
पता है, जब प्रछांत मामू अक्टूबर में आये थे तब दो दिन रहे. एक दिन ना, मैं उनको तंग करने के लिए उनसे एक सवाल पूछी, जो मैं सबसे पूछती हूँ. मैंने उनसे बोला, "मामू, मैं आपसे एक हार्ड वाला Question पूछूं?"
मामू ने बोला, "हाँ पूछो!"
तब मैंने उनसे पूछा, "जैसे कैट की बेबी को किटेन कहते हैं, वैसे ही क्रोकोडाईल की बेबी को क्या कहते हैं?"
अब मुझे तो पता था कि मामू को नहीं मालूम है, सो शरारत से मुस्कुराने लगी. मामू थोड़ी देर के लिए सोचने लगे. फिर वो मुझसे पूछते हैं की, "तुम्हारा नाम अदिति किसने रखा?"
मैंने कहा, "पापा-मम्मा ने!"
मामू बोले, "तो क्रोकोडाईल की बेबी को क्या कहते हैं ये क्रोकोडाईल से जाकर पूछो ना कि उसने अपनी बेबी का क्या नाम रखा है? और उसे क्या कहते हैं?"
मैं तो परेशान ही हो गई. मैं सोचने लगी की मैं क्रोकोडाईल से पूछने जाउंगी तो वो तो मुझे खा ही जाएगा!! :(
पता है, मैं इस बार क्लास में सबसे अच्छा नंबर लायी. मुझे नहीं मालूम की मैं टॉप कि या नहीं. लेकिन सबसे ज्यादा A+ मेरे ही आये हैं. प्रछांत मामू मुझे प्रॉमिस किये हैं की जब भी वो दिल्ली आयेंगे तो मुझे एक अच्छा वाला खिलौना ला देंगे.
अब ना बहुत रात हो गई है, और मुझे नींद आ रही है. मैं सोने जाती हूँ. Bye!!!
मेरा नाम अदिति है. अब वो क्या है ना कि, जब भी मेरे प्रछांत मामू मेरे यहाँ आते हैं दिल्ली में तो ज्यादा टाईम मेरे साथ नहीं रहते हैं. बहुत थोड़े समय के लिए ही आते हैं. और उनको कितना भी समझाते हैं कि बालकनी के नीचे वाले पार्क में कोई डौगी नहीं है, लेकिन हमेशा वो डर कर मेरे साथ नीचे पार्क में नहीं जाते हैं. :(
अभी पता है क्या हुआ था? जनवरी में जब वो आये थे ना, तब वो रात में आये जब मैं सोयी हुई थी. मुझे ना..पापा-मम्मी ने बताया भी नहीं था की मामू आ रहे हैं, इसलिए मैं सो गई थी. सुबह-सुबह जब मैं जगी ना...तब मैंने जब उनका लाल वाला बैग देखा. मुझे तब सच्ची में लगा था कि मैं सपना देख रही हूँ. मैं दौड़ कर वापस अपने रूम में भाग गई और मम्मा को बोली कि "मम्मा, मैं सपना देख रही हूँ, आज मेरा एग्जाम है सो मुझे जल्दी से जगा देना." फिर ना...मम्मी बोली की नहीं बेटा, मामू सच में आये हैं. मैं दूसरे कमरे में देखी तो मामू सच में थे. सोये हुए! मुझे ना इतनी खुशी हुई, इतनी खुशी हुई...कि मत पूछो! लेकिन मैं स्कूल से आती उससे पहले ही मामू चले गए. :(
पता है, जब प्रछांत मामू अक्टूबर में आये थे तब दो दिन रहे. एक दिन ना, मैं उनको तंग करने के लिए उनसे एक सवाल पूछी, जो मैं सबसे पूछती हूँ. मैंने उनसे बोला, "मामू, मैं आपसे एक हार्ड वाला Question पूछूं?"
मामू ने बोला, "हाँ पूछो!"
तब मैंने उनसे पूछा, "जैसे कैट की बेबी को किटेन कहते हैं, वैसे ही क्रोकोडाईल की बेबी को क्या कहते हैं?"
अब मुझे तो पता था कि मामू को नहीं मालूम है, सो शरारत से मुस्कुराने लगी. मामू थोड़ी देर के लिए सोचने लगे. फिर वो मुझसे पूछते हैं की, "तुम्हारा नाम अदिति किसने रखा?"
मैंने कहा, "पापा-मम्मा ने!"
मामू बोले, "तो क्रोकोडाईल की बेबी को क्या कहते हैं ये क्रोकोडाईल से जाकर पूछो ना कि उसने अपनी बेबी का क्या नाम रखा है? और उसे क्या कहते हैं?"
मैं तो परेशान ही हो गई. मैं सोचने लगी की मैं क्रोकोडाईल से पूछने जाउंगी तो वो तो मुझे खा ही जाएगा!! :(
पता है, मैं इस बार क्लास में सबसे अच्छा नंबर लायी. मुझे नहीं मालूम की मैं टॉप कि या नहीं. लेकिन सबसे ज्यादा A+ मेरे ही आये हैं. प्रछांत मामू मुझे प्रॉमिस किये हैं की जब भी वो दिल्ली आयेंगे तो मुझे एक अच्छा वाला खिलौना ला देंगे.
अब ना बहुत रात हो गई है, और मुझे नींद आ रही है. मैं सोने जाती हूँ. Bye!!!