अभी कल ही दो दिनों के ट्रिप से लौटा हूं.. येलगिरी नामक जगह पर गया था जो तमिलनाडु का एक हिल स्टेशन है.. अभी फिलहाल इन चार चित्रों को देखें, लिखने का मन किया तो वहां के भी किस्से सुनाऊंगा..
ये पिल्ला अपनी मां और भाई-बहनों को जाता देख रहा है..
ओ देश से आने वाले बता - "पैगाम-ए-मुहब्बत"ओ देश से आने वाले बता
किस हाल में है यार-ए-वतन
वो बाग-ए-वतन, फ़िरदौस-ए-वतन
क्या अब भी वहां के बागों में
मस्तानी हवाऐं आती हैं
क्या अब भी वहां के पर्वत…Read More
समाजवाद बबुआ, धीरे-धीरे आईसमाजवाद बबुआ, धीरे-धीरे आईसमाजवाद उनके धीरे-धीरे आईहाथी से आईघोड़ा से आईअँगरेजी बाजा बजाई, समाजवाद...नोटवा से आईबोटवा से आईबिड़ला के घर में समाई, समाज…Read More
पिछले एक महिने का लेखा जोखाकुछ किताबें जो पढ़ी गई -साहित्य -1. मुर्दों का टीला (हिंदी)2. वोल्गा से गंगा (हिंदी)3. कतेक डारीपर (मैथिली)4. मेघदूतम (मैथिली)5. चार्वाक दर्शन (हिंदी)…Read More
मेरी लिखी कविताटूटे सपनेसुबह उठा,तो हर चीज को उदास पाया,शायद कुछ खोया था,या कुछ टूटा था,हाँ कुछ सपने टूटे थे शायद,आखें लाल थी,कुछ भींगी सी भी,लगा कुछ चुभ रहा हो,शायद…Read More
मैं कई बार मर चुका हूंगा - पाब्लो नेरूदासारी रात मैंने अपनी ज़िन्दगी तबाह कीकुछ गिनते हुए,गायें नहींपौंड नहींफ़्रांक नहीं, डालर नहीं...न, वैसा कुछ भी नहींसारी रात मैंने अपनी ज़िन्दगी तबाह की…Read More
तस्वीरें तो देख लीं, अब सफ़रनामा कब सुना रहे हैं?
ReplyDeleteरोचक चित्र हैं...किस्से भी बताएं...तो और मजा आएगा...
ReplyDeleteनीरज
sunder chitra, pille wala bahut bhavuk bana gaya.kis soch mein duba hai wo?
ReplyDeleteपहला चित्र कहता है कि गरीबों के घर सब जगह एक से हैं, जीवन को इस से अधिक जरूरी नहीं।
ReplyDeleteab kisse kab bataoge
ReplyDeletebahut achhe hai..ye chitra..poore india me aise drishya aam hai..
ReplyDeleteअरे भाई कुछ लिखो भी.
ReplyDeleteशीर्षक.. "मस्त फोटू"
ReplyDeleteटिप्पणी.."मस्त फोटू"
वाह प्रशांत ,
ReplyDeleteभई फ़ोटुएं बता रही हैं कि खूब घुमाई हो रही है ..फ़ोटो देख के ही शांति और सकून सा मिल रहा है ..सफ़र नामा सुनने को बेकरार हैं
नाम में क्या रखा है.. चचा शेक्सपियर भी कह गये..what's in a name?
ReplyDeleteवृत्तांत भी सुनाइये त्तो और मजा आये.
इस प्यार को क्या नाम दूं!
ReplyDeleteaji naam hona chahiye "yatra vrittant baad me likhunga."
ReplyDeleteyah hai to hill station, lekin isme hill kahan hai?
zaroor kuch na kuch lekar aaye ho sath mein..
ReplyDeletebahut aalsi ho gaye ho...kuch karne padega tumhara
ReplyDeleteदोबारा देखते हुए चमका...इसका तो एक ही शीर्षक हो सकता है "TANDELI" :D
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