अफवाहें अपनी चरम पर हैं
मगर मेरा जन्म
ठीक उसी दिन हुआ था
जब मिला था
तुमसे पहली दफे
अब मौत का दिन भी मुक़र्रर हुआ है
ये वही दिन होगा
जब यकीन होगा
अब ना होगी मुलाक़ात तुमसे
फिर कभी!!!
पापा जी को पैर दबवाने की आदत रही है. जब हम छोटे थे तब तीनों भाई-बहन उनके पैरों पर उछालते-कूदते रहते थे. थोड़े बड़े हुए तो पापा दफ्तर से आये, ख...