जिंदगी का पहला कश,नतीजा बेदम करने वाली खांसी!दूसरा कश,हल्का सा चक्करहल्की सी खांसी!तीसरा कश, दिमाग में एक जोरदार झटका! अजब सा नशा!! क्लोरोफार्म सुंघाने पर बेहोश होने से ठीक पहले सी स्थिति सा!!दूसरी सिगरेट, उसी नशे की चाह,...
पापा जी को पैर दबवाने की आदत रही है. जब हम छोटे थे तब तीनों भाई-बहन उनके पैरों पर उछालते-कूदते रहते थे. थोड़े बड़े हुए तो पापा दफ्तर से आये, ख...