Friday, June 12, 2009

मेरे घर के आगे एक रंगोली

नये घर में शिफ्ट हुये एक महिना बीत चुका है.. तो महिने का किराया देने का भी समय आ गया था.. 50 रूपये बरामदा साफ करने वाले को भी देना था.. हमारा कहना था कि महिना में एक दिन भी उसने आकर साफ सफाई नहीं की है तो हम 50 रूपये क्यों दें? तो बस उसी दिन सफाई करने वाली आयी और उसने बरामदा साफ करके दरवाजे पर रंगोली भी बना गई.. ये उसी रंगोली कि तस्वीर है..



इस तरह कि रंगोली आप दक्षिण भारत के लगभग हर घर के आगे सुबह-सुबह देख सकते हैं.. वैसे मेरे दोस्तों का कहना था कि वह 50 रूपया हम प्रशान्त को दे देते हैं, आखिर उसी ने तो महिने भर बरामदे कि सफाई की है.. ;)

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11 comments:

  1. क्या अच्छी रंगोली है.. पुरी मोटर साइकिल बना दी..:)

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  2. rangoli achhi hai par mujhe ranjanji ki tippani par bahut hansi aayi...ha ha ha ha

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  3. नहीं प्रशांत भाई..रंगोली के पैंतालीस और सफाई के पांच आपके ..अब हिसाब ठीक है..वैसे रंगोली और दक्षिण भारत के घरों का रिश्ता बहुत रोचक है..मेरे भी कुछ सहयोगी दक्षिण भारतीय हैं..कभी भी जाओ एक
    मोटरसायकल (रंजन जी के अनुसार ) खड़ी ..नहीं बनी हुई मिलती है..चलिए अब नए घर की फोटू दिखाइये...

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  4. रंगोली का होना ही अच्छा लगा। लगे हाथ आप यह कला भी सीख लीजिए। फिर बना कर बताइए।

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  5. रंगोली का होना ही अच्छा लगा। लगे हाथ आप यह कला भी सीख लीजिए। फिर बना कर बताइए।

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  6. अरे प्रशांत ,
    ये रंजन क्या सही कह रहे हैं? मुझे भी ऐसा ही लग रहा है.

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  7. आजकल की नयी पीढ़ी के लिए छापे की रंगोली भी मिलती है, स्टेंसिल जैसी. कागज रखो, पहले से कटे डिजाइन में आटा भरो, कागज हटा लो, रंगोली हो गयी.

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  8. दक्षिण ही नही पश्चिम भारत मे और मेरे घर मे भी रंगोली बनाई जाती है।वैसे रंजन जी की बात मे दम तो है।

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  9. koi rangoli wangoli nahin ji...bike ka showoff hai ye :P

    sudharo bhai sudharo ;)

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  10. गोली के फायदे............सफाई की सफाई, सजावट की सजावट

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