Monday, November 03, 2008

The Devil Wears Prada और Fashion


अभी हाल-फिलहाल में मैंने फ़ैशन विषय के ऊपर दो सिनेमा देखी है.. पहला सिनेमा The Devil Wears Prada और दुसरा Fashion.. The Devil Wears Prada के साथ मैंने दीपावली कि रात गुजारी थी और Fashion मैं कल देर रात देख कर आया.. दोनों ही सिनेमा फैशन इंडस्ट्री के ऊपर बनाया गया है..

चलिये सबसे पहले बात करते हैं The Devil Wears Prada के बारे में.. यह सिनेमा सन् 2006 में आई थी.. इसमें Anne Hathaway ने Andrea "Andy" Sachs का किरदार निभाया है जो तुरत कॉलेज से पास होकर नौकरी कि तलाश में भटकते हुये न्यूयार्क जाती है और उसे वहां उसे काम मिलता है एक बेहद प्रसिद्ध फैशन मैगजिन के एडिटर Miranda Priestly की को-असिस्टेंट का.. इस सिनेमा में Miranda Priestly का किरदार निभाया है Meryl Streep ने..



इसमें कुछ ऐसा दिखाया था कि Anne Hathaway एक साधारण सी लड़की है जिसका अपने ब्वायफ़्रेंड के साथ लिव-इन रिलेशन है.. साधारण से कपड़े पहनती है और फैशन रिपोर्टिंग इंडस्ट्री में दूसरे लोगों से कुछ अलग हट कर सोचती है.. जैसे-जैसे समय बीतता जाता है वैसे-वैसे उसे समझ में आने लगता है कि यहां खुद के सोचने-समझने से कुछ नहीं होता है.. बस जो बॉस कहे उसे किसी भी हालत में पूरा करना ही एक मात्र कर्तव्य है.. इसी बीच पेरिस फैशन वीक आता है जिसमें जाने के लिये Anne Hathaway के साथ काम करने वाली उसकी एक सिनियर बहुत पहले से उत्साहित थी, मगर Miranda उसे ना ले जाकर ये ब्रेक Anne Hathaway को देती है.. वहां जाने से पहले भी उसके भीतर काफी अंतर्द्वंद चलता है क्योंकि उसे पता था कि उस फैशन वीक का महत्व उसके साथ काम करने वाली उसकी मित्र के लिये कितना महत्वपूर्ण था.. मगर सफलता प्राप्त करने का लालच उसके अंतर्द्वंद पर विजय पाता है.. पेरिस जाकर उसे इस इंडस्ट्री कि सच्चाई का पता चलता है.. जिसके बाद वो सब छोड़कर वापस न्यूयार्क अपने ब्वायफ़्रेंड के पास आ जाती है और फैशन रिपोर्टर से एक साधारण रिपोर्टर बन जाती है..


अब बात करते हैं फैशन सिनेमा की.. मेरे एक मित्र के शब्दों में, "बड़े पर्दे पर FTV देखना हो तो यह सिनेमा देख लो.." मधुर भंडारकर ने काफी मेहनत कि है इस सिनेमा पर मगर फैशन इंडस्ट्री के चमक दमक दिखाने के चक्कर में वो मूल कहानी से कई बार भटकते से नजर आये.. कई बार मुझे ऐसा लगा कि मधुर भंडारकर The Devil Wears Prada का नकल उतार रहे हैं.. उदाहरण के तौर पर इस सिनेमा में एक डायलॉग जब प्रियंका को किट्टू गिडवानी बताती है कि किस तरह तुमने पिछले मॉडल को रिप्लेस किया है शो स्टॉपर के जगह पर.. बिलकुल वैसे ही जैसे कि The Devil Wears Prada में Anne Hathaway कि बॉस उसे बताती है कि तुमने कैसे आगे बढने के लिये अपने साथी को पीछे धकेल दिया..

सच कहूं तो मेरे पास इस सिनेमा के बारे में ज्यादा कुछ कहने के लिये है भी नहीं.. मगर इतना तो जरूर है कि दोनों ही सिनेमा एक संदेश दे रही है कि कभी भी सफलता पाने के लिये खुद को नहीं खोना चाहिये.. इस सिनेमा को देखते हुये मुझे एक लड़की का भी ख्याल आया था जिसके लिये अचानक कैरीयर सबसे महत्वपूर्ण हो गया.. बाकी सारे रिश्ते पीछे छूट गये.. सिनेमा देखते हुये सोच में भी पड़ गया कि काश असल जिंदगी में भी सिनेमा के रंग भर जाते और हर अंत एक खुशनुमा सुबह लेकर आये..

9 comments:

  1. बहुत ही सटीक तरीके से समझा गया है दोनों फिल्मों को आप ने। पर कहीं ऐसा नहीं कि कैरियर की दौड़ में जिन्दगी की समझ आते आते बहुत देर हो चुकी हो,और तब तक जिन्दगी इतनी बदल जाए कि उस में वापस लौटना ही नामुमकिन हो।

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  2. सही है, मधुर जी भटक गये से लगते हैं

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  3. डेविल वेअर्स परदा कई बार देखी है ओर उसका आखिरी सीन बेहद पसंद है जिसमे लड़की सड़क पर आजाद होकर चलती है बिना किसी मुखोटे के ओर .....उसकी बॉस इसे अन्दर से महसूस करती है......फैशन अभी देखी नही....तो कमेन्ट बाद में करेगे ..कुछ लोग अगर अपनी रचना शीलता बचाए रखे तो इन कर्ण जोहरो से छुटकारा मिल जाएगा हिन्दी सिनेमा को .....

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  4. दोनों ही फिल्में देखी हैं, फैशन कुछ ख़ास पसंद नहीं आई.

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  5. भाई हमने तो एक भी नही देखी ! सच बोल दिया है ! अब आप जो भी समझो ! :)

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  6. बहुत बढिया जानकारी दी है आपने इन फिल्‍मों के बारे में। इतना गम्‍भीर विश्‍लेषण तो शायद मैं भी न कर पाता।

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  7. फोटो इतनी झकाझक हैं कि गलत फहमी हुई कि किसी विदेशी ब्लॉग पर चला आया!

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  8. fashion to ab tak dekhi nahi..haan devil wears prada book abhi padhj rahi hoon...dekhkar batayenge.

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  9. फि‍ल्‍म देखी तो नहीं, पता नहीं देखूँगा भी या नहीं, पर आपकी जानकारी दूसरों को बताकर जताऊँगा जरुर कि‍ फि‍ल्‍म ऐसी है वैसी है:)

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