Monday, December 17, 2007

दैनिक मजदूर और कम्प्यूटर इंजिनियर

जमाने पहले की बात है...बगल के घर कि सिढी ढलने वाली थी..Uncle ने कहा की उनके बेटे के साथ जा कर Station के पास से कुछ मजदूर ले आऊँ...

मैनें पुछा "किसी को भी कैसे रख सकते हैं? किसी को भी कैसे ले आऊँ? कितने मजदूर ले आऊँ?"

Uncle ने समझाते हुए कहा.. "1 राजमिस्त्री ले लेना..2-3 कारीगर और 4-5 मजदूर ले लेना.."

मैने पुछा "ऐसा क्यों?"



ये लेख मेरे एक मित्र ने लिखा है अपने ब्लौग पर और वो भी बहुत ही आकर्षक ढंग से। अब चूंकि वो अभी चिट्ठाकारों कि दुनिया में नये हैं और किसी अग्रीगेटर से भी नहीं जुड़े हैं सो उनके चिट्ठे तक पहूंच बहुत कम लोगों की है। पूरा लेख पढने के लिये इनके चिट्ठे पर जायें, इनके चिट्ठे पर जाने के लिये यहां खटका दबायें और इस नवोदित चिट्ठाकार को बधाईयां भी देते जायें।

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