नया साल नयी सुबह नया जोश नयी उमंग नये लोग नये चेहरे नये सपने नयी उदासी नये कहकहे नयी खामोशी नयी खबरें नया एकाकीपन हर चीज नया मानों जिंदगी फिर मजाक उड़ा गई हो..
समय और रेतमुट्ठी बंद करने से,हाथ से फिसल जाती हैं रेत..मैंने तो हाथ खोल दिये थे,फिर भी एक कण ना बचा सपनों का..एक आंधी सी आयी थी,जो उसे उड़ा ले गई..हां वो आंधी सम…Read More
नये भारत की नई तस्वीरएक कंकाल सा शरीर जो सकुचाता हुआ कहीं बैठने की जुगत में लगा हुआ था और बगल में खड़े टिप-टाप लोग उसे ऐसे देख रहे थे जैसे किसी गली के जानवरों से भी गया गुज…Read More
एक एनोनिमस की टिप्पणीमेरे "अविनाश" वाले पोस्ट पर एक एनोनिमस महाशय की टिप्पणी आयी है। मेरे पूरे ब्लौगिये जीवन में ये दूसरी एनोनिमस टिप्पणी आयी है। मुझे आज तक समझ में नहीं आ…Read More
मायूसी भरे दिनआज अपना भेजा खपा कर कुछ भी लिखने का मन नहीं कर रहा है पर समय भी तो काटना है। कमबख्त साफ्टवेयर बनाने वालों कि भी अजीब जिंदगी होती है। जब काम मिले तो इत…Read More
kya yaar! saal ke pahle din aisi post thode likhte hain. naya hamesha kuch behtar hone ki ummid liye aata hai, postive note par shuru karo.( jyada lecture ho gaya lagta hai :P) nav varsh mangalmay ho!
kya yaar! saal ke pahle din aisi post thode likhte hain.
ReplyDeletenaya hamesha kuch behtar hone ki ummid liye aata hai, postive note par shuru karo.( jyada lecture ho gaya lagta hai :P)
nav varsh mangalmay ho!
और पुराने कहाँ गए पी डी भाई ? इट्स नाट फेयर !
ReplyDeletehappy new year
ReplyDeletePD bhai....
main aapki posts read nahi kar pa raha hun....
font ki problem hai....
solution maloom ho to batana....
इस अन्दाज मे भी छा गये भाई।
ReplyDeleteरामराम।
व्यस्त रहा, बात न कर पाया कल कोशिश करता हूँ।
ReplyDeleteनए वर्ष की बहुत बहुत शुभ कामनाएँ। नयी बुलंदियाँ मिलें।
अंधेरे में उजाले की किरण साफ नजर आ रही है, PD नये साल की शुभकामनायें।
ReplyDeleteनया एकाकीपन
ReplyDeleteहर चीज नया
मानों जिंदगी फिर मजाक उड़ा गई हो..
बहुत सही लिखा .पर फ़िर भी उम्मीद पर दुनिया कायम है ..