
क्या मम्मी!! कहां फंसा दी?? कितने अच्छे से आराम से था.. अब तो जिसे देखो आता है.. चारो ओर घेरा डाल कर घूरता है.. इतने मूरख लोग हैं ये सभी, इतने बड़े हो गये हैं और अभी तक ठीक से बोलना भी नहीं आता है.. पता नहीं किस भाषा का प्रयोग...
पापा जी को पैर दबवाने की आदत रही है. जब हम छोटे थे तब तीनों भाई-बहन उनके पैरों पर उछालते-कूदते रहते थे. थोड़े बड़े हुए तो पापा दफ्तर से आये, ख...