कल शाम मैं अपनी पुरानी डायरीयों को पलट रहा था, तो मुझे कुछ पुरानी यादों ने घेर लिया। मैं यहां उन्ही यादों और उस डायरी के पन्नों की चर्चा करने जा रहा हूं।
जनवरी, सन २००२। कड़ाके कि सर्दी पर रही थी। मेरे पापा उस समय गोपालगंज में थे सो मैं भी उनके साथ वहाँ गया हुआ था। उन दिनों मैं चाय नहीं पीता था पर...
Tuesday, July 31, 2007
Monday, July 30, 2007
Monday, July 23, 2007
भैया और भाभी
मेरी प्यारी सी दुनिया - भाग २समय है भैया और भाभी की चर्चा करने की। सबसे पहले तो मैं इन दोनों को ढेर सारी शुभकामनाए देने के साथ आप लोगों को ये बताना चाहूंगा कि ये दोनों अभी-अभी २२ जून को शादी के बंधन में बंधे हैं।हां तो सबसे पहले मैं अपने प्यारे भैया के बारे में बताना चाहूंगा कि ये मेरे बहुत ही अच्छे...