Friday, October 10, 2008

इंतजार भी कितनी खूबसूरत होती है.. है ना?

इंतजार भी कितनी खूबसूरत होती है..
एक ऐसा इंतजार जो कभी लगता है,
खत्म ना ही हो तो अच्छा है..
दिल को सकून तो मिलता है,
कि तुम भी शायद इसी इंतजार में हो..
मेरे इंतजार में..

भुलावे में जीना भी कभी-कभी
जीने कि वजह बन जाती है..
तुम कभी वापस मत आना..
शायद यह खुशफहमी खत्म ना हो जाये..
जीने की वजह ही खत्म ना हो जाये..
तुम कभी वापस मत आना..
प्लीज मत आना..


मेहदी हसन जी का एक गीत..

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5 comments:

  1. ऐसा इंतजार जिस का अंत ही न हो? बहुत बोर विचार है।

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  2. भाई क्या बात करते हॊ??किस से नारज हो??? रंजिश ही सही दिल दुखाने के लिये आ....

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  3. सतात इन्तजार का अलग मजा है और अलग चिन्तायें।
    अच्छी पोस्ट।

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  4. शायद यह खुशफहमी खत्म ना हो जाये..
    जीने की वजह ही खत्म ना हो जाये..
    तुम कभी वापस मत आना..
    प्लीज मत आना..
    " very emotional thought'

    regards

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