Monday, October 22, 2018

बनास बब्बा और निन्नी परी

ये मेरी बनास बब्बा, कल निन्नी परी की कहानी सुनी। शेर-हाथी वाली कहानी भी सुनी। और और और... हाँ बन्दर-खरगोश वाली कहानी भी। लेकिन फिर भी निन्नी नहीं आयी। फिर मैंने इसे निन्नी परी वाली लोरी भी सुनाई। लोरी चार बार सुनने के...

Friday, July 06, 2018

महुआ घटवारन - मारे गए गुलफ़ाम से

''सुनिए! आज भी परमार नदी में महुआ घटवारिन के कई पुराने घाट हैं। इसी मुलुक की थी महुआ! थी तो घटवारिन, लेकिन सौ सतवंती में एक थी। उसका बाप दारू-ताड़ी पीकर दिन-रात बेहोश पड़ा रहता। उसकी सौतेली माँ साच्छात राकसनी! बहुत बड़ी नजर-चालक। रात में गाँजा-दारू-अफीम चुराकर बेचनेवाले से लेकर तरह-तरह के लोगों से उसकी...