Thursday, April 28, 2016

मेला

मैंने वो चक्रधरपुर में लगने वाले सालाना मेले से खरीदी थी. दो लीवर लगे हुए थे उसमें. बाएं वाले लीवर को दबाओ तो पीछे के दोनों पाँव झुक जाते थे, मानो बैठ कर खाना मिलने का इन्तजार कर रहा हो. दायें वाले को दबाओ तो आगे के, जैसे...